उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के लिए मंगलवार को मतगणना होगी. मतों की गिनती का काम 6 मार्च सुबह आठ बजे शुरू हो जाएगा. मतगणना के रुझान चुनाव आयोग की वेबसाइट www.eciresults.nic.in पर भी देखे जा सकते हैं.


राज्य के तीसरे विधानसभा चुनाव में 788 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला होना है. उत्तराखंड में मुकाबला तीन प्रमुख पार्टियों के बीच है. ये पार्टियां हैं- कांग्रेस, भाजपा और बसपा. तीनों पार्टियों ने सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ा है. उत्तराखंड में भाजपा सत्ता बचाने की कड़ी चुनौती का सामना कर रही है. पिछले साल पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद भुवन चंद्र खंडूरी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था. खंडूरी ने पार्टी की सत्ता बरकरार रखने की पूरी कोशिश की है. उल्लेखनीय है कि खंडूरी का कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह नेगी से सामना है.


पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 20 सीटें हासिल की थीं जबकि बसपा को केवल आठ सीटों पर संतोष करना पड़ा था. तीन सीटें हासिल करने वाले उत्तराखंड क्रांति दल ने इस बार 52 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. पिछले चुनाव में तीन सीटें निर्दलीयों के खाते में भी गई थीं.कांग्रेस पार्टी ने राज्य में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. पार्टी के अंदर कई नेता ऐसे हैं जो इस पद के कई दावेदार हैं. नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत और कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष यशपाल आर्य मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश सकते हैं.

क्या कहता है survey
मतदान के बाद एग्ज़िट पोल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद जताई जा रही है. हांलाकि इसमें कांग्रेस का पलड़ा भारी पड़ता बताया गया है. बढ़त की ख़बर से कांग्रेस नेताओं में उत्साह की लहर है. केंद्रीय मंत्री हरीश रावत का कहना है कि प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस की ही बनेगी. उनका यह भी कहना है कि राज्य में मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस बात का फैसला पार्टी आलाकमान करेगा.उधर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी ने भी भरोसा जताया है कि अगली सरकार बीजेपी ही बनाएगी. कोशियारी ने एग्ज़िट पोल के नतीजों को खारिज किया है. राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री बी सी खडूड़ी ने भी एग्ज़िट पोल को नकारा है. खंडूड़ी का कहना है कि एग्ज़िट पोल चाहे जो भी कहें राज्य में सरकार भाजपा की ही बनेगी.

Posted By: Kushal Mishra