भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता व कानपुर के पार्टी के सांसद मुरली मनोहर जोशी को ये क्‍या हो गया। वाराणसी में तुलसी घाट पर स्वच्छ गंगा अभियान के तहत उन्‍होंने अपनी ही पार्टी के नेता नितिन गडकरी का मजाक बना डाला। इतना ही नहीं उन्‍होंने अपनी ही सरकार की योजनाओं पर सवाल खड़े कर दिए है। इस दौरान उन्‍होंने कानपुर की गंगा जी के दूषित होने का जिक्र भी किया।


नमामि गंगे'की खामियां गिनाईंबीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाने वाले कानपुर से बीजेपी के सांसद मुरली मनोहर जोशी इन दिनों स्वच्छ गंगा अभियान के तहत वाराणसी में हैं। ऐसे में कल उन्होंने तुलसी घाट पर एक सभा को संभोधित किया। इस दौरान संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की रूचि वाली दो योजनाओ पर भी निशाना साधा। उन्होंने पार्टी की ओर से गंगा की सफाई के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम 'नमामि गंगे'की खामियां गिनाईं। उनका मानना है कि इस योजना पर एक बार जमीन से सोचने की आवश्यकता है। इसके अलावा गंगा में जहाज चलाने वाली योजना के बारे में भी जिक्र किया। यह केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की योजनाओं में से एक है, लेकिन मुरली मनोहर जोशी इससे सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि ऐसी योजनाओं को वही लोग बना सकते हैं जिनकों भू विज्ञान की तनिक भी जानकारी नहीं है।


निर्मलता का सपना पूरा नहीं होगा

इतना ही नहीं उन्होंने इस दौरान गंगा को बचाने की सलाह दी। गंगा के पैराणिक महत्व एक एवं प्राचीन अवस्था से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सिर्फ योजनाएं बनाने से कुछ नहीं होने वाली है। सबसे पहले गंगा की मौजूदा स्थिति की जांच कराने की जरूरत है। इसके बाद ही आगे की योजनाओं को तैयार किया जाना चाहिए, क्योंकि जब तक गंगा अविरल नहीं बहेगी, तब तक निर्मलता का सपना पूरा नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र कानपुर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज वहां भी गंगा जी का जल काफी दूषित हो गया है। जो कि बेहद दुखद बात है। वह यहीं नहीं थमे इस दौरान उन्होंने कहा कि वहां का गंगा जल आज वहां की राजनीत के जैसा हो गया है।

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Posted By: Shweta Mishra