घर में आंगन उत्तर या उत्तर से पूर्व तक के दिशा क्षेत्र में होने से वहां रहने वालों में शांति की भावना और संतुष्टि का भाव रहता है।

नमस्कार मित्रों, जब भी घरों के रेनोवेशन या पुनर्निर्माण की बात आती है, तो हम घर के कमरे, पूजाघर, बच्चों का कमरा, टॉयलेट्स, रसोईघर इत्यादि को अपनी जरूरतों के हिसाब से ध्यान रखते हुए बनवाते हैं या पुनर्निर्माण कराते हैं, पर एक बात लगभग सभी लोग नजरअंदाज कर देते हैं और वह है घर का आंगन। इसके लिए लोग बिल्कुल भी नहीं सोचते कि यह घर में होना भी चाहिए या नहीं? जबकि यह ऐसा स्थान है, जो हर घर या फ्लैट में होना चाहिए।

1. वर्तमान समय में तो घरों या फ्लैट्स में इसका अभाव पूर्ण रूप से दिखता है। जिस घर में आंगन या खुली जगह नहीं होती, वहां आप बहुत लंबे समय तक नहीं बैठ सकते हैं। यदि आप बैठ भी गए तो आपका मन बहुत बेचैन हो उठेगा। ऐसी जगह पर आप जिस भी काम से गए हैं, तो वहां मुलाकात भी बहुत सफल नहीं होती।

2. इसका सबसे ज्यादा असर उस घर या फ्लैट के बच्चों पर पड़ता है। उनका पढ़ाई में ज्यादा ध्यान नहीं रहता है। उनकी पढ़ाई में एकाग्रता का अभाव देखने को मिलेगा। पढ़ाई से मन धीरे-धीरे दूर जाने लगता है। बच्चे अपने करियर के बारे में बहुत वृहद सोच साथ लेकर नहीं चल पाते हैं।

3. घर के सदस्यों में सृजनात्मक विचारों की कमी पाई जाती है। घर के बुजुर्ग भी बहुत अच्छा नहीं महसूस करते हैं।

4. घर में आंगन उत्तर या उत्तर से पूर्व तक के दिशा क्षेत्र में होने से वहां रहने वालों में शांति की भावना और संतुष्टि का भाव रहता है।

5. पश्चिम में खुली हुई जगह भी लाभ देती है। घर का यह दिशा क्षेत्र साफ-सुथरे होने से वहां के निवासियों में शांति और सुकून का भाव धीरे-धीरे जीवन में आगे बढ़ाता है।

6. जब घर में यह दिशा क्षेत्र खुला हुआ होगा, तो पूरी तरह से घर में सूर्य की किरणें प्रवेश करेंगी जो घर के लोगों के स्वास्थ्य के लिए अच्छी और उनके मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होंगी, जो कि आज के जीवन अथवा जीवनशैली के लिए अति आवश्यक हो गया है।

7. घर के उत्तर-पूर्व के आंगन में यदि यहां पूजाघर भी होगा तो क्या कहने। घर के आंगन में तुलसी जी का पौधा जरूर लगाएं। इसके साथ-साथ और भी तरह के गमले लगा सकते हैं, पर यह ध्यान दें कि कांटे वाले पौधे न हों। यहां शाम के समय कोई भी सुगंधित अगरबत्ती या धूपबत्ती भी जला सकते हैं, जिससे कि यहां का वातावरण और भी बेहतर बन सके।

8. आंगन में एक तरफ उत्तर-पूर्व दिशा में स्टील के प्लेट में काला क्रिस्टल लगाएं, जिससे किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा न आए। घर के आंगन में इस तरफ की दीवार पर कोई गहरा रंग न कराएं, तो अच्छा है। आंगन हल्के रंगों से और भी ज्यादा खुला-खुला लगेगा।

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Posted By: Kartikeya Tiwari