-एनएसयूआई व आर्यन के तीन छात्र नेता डीएवी के पास मोबाइल टावर पर चढ़े

-एबीवीपी के तीन छात्र सर्वे चौक टावर पर चढ़े, सीएम के आश्वासन पर देर शाम उतरे

-टावर पर चढ़ने से पहले डीएवी व करनपुर बाजार कराया बंद, पुलिस ने खदेड़ा

-टावर पर चढ़े छात्र इवनिंग क्लासेज शुरू करने, मेरिट कटऑफ पर एडमिशन की मांग

DEHRADUN : इवनिंग क्लासेज जल्द शुरू करने व मेरिट के बजाय कटऑफ पर एडमिशन को लेकर ट्यूजडे को राज्य के सबसे बड़े डिग्री कॉलेज में दिनभर ड्रामा चला। पहले कॉलेज बंद कराया गया, उसके बाद एक के बाद एक-एक करके छह छात्र नेता मोबाइल टावर व पानी की टंकी पर चढ़ गए। तमाम प्रयासों के बाद भी टावर पर चढ़े छात्र नेता शाम तक नीचे नहीं उतरे। छात्र नेताओं ने बकायदा सीएम के ओएसडी, डीएवी के प्रिंसिपल तक के आश्वासनों को दरकिनार कर दिया। आंदोलनरत ये छात्र नेता डीएवी के प्रिंसिपल डा। देवेंद्र भसीन को हटाए जाने की मांग भी कर रहे थे। इस बीच लंबी जद्दोजहद के बाद देर शाम सीएम से वार्ता के बाद टावर पर चढ़े छह छात्र नीचे उतरे। छात्रों को भरोसा दिया गया है कि कॉलेज प्रबंधन व शासन के बीच इस बावत शीघ्र वार्ता कर छात्रों की समस्याओं का हल निकाला जाएगा।

इवनिंग क्लास था प्रमुख मुद्दा

पिछले कई महीनों से डीएवी में ईवनिंग क्लासेज शुरू करने की मांग चल रही है। ट्यूजडे को अचानक कॉलेज में स्टूडेंट्स का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। इवनिंग क्लासेज के साथ मैरिट कटऑफ पर एडमिशन को लेकर छात्रों ने डीएवी कॉलेज में प्रदर्शन किया और कॉलेज बंद करा दिया। इसके बाद कॉलेज के छात्रों ने सड़क पर जाम भी लगा दिया और करनपुर बाजार बंद कर दिया। इसी बीच भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा तो करनपुर बाजार में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इसी दौरान डीएवी के पास में ही स्थित एनएसयूआई के छात्र नेता मोबाइल टावर पर चढ़ गया। करीब पौने ग्यारह बजे आर्यन ग्रुप के आकाश गौड़ व सूरज कोहली मोहन भंडारी को नीचे उतारने के लिए बात करने के बहाने पुलिस की मौजूदगी में खुद भी मोबाइल टावर पर चढ़ और वहीं से मांगें पूरी करने की नारेबाजी शुरू करने लगे।

की थी भूख हड़ताल

छात्र नेताओं यह ड्रामा जारी थी। इसी दौरान सर्वे चौक पर एबीवीपी के तीन छात्र नेता पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा, देबेंद्र बिष्ट व नरेंद्र शर्मा भी टावर पर चढ़ गए। इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की जमकर कसरत हुई। टावर पर चढ़े सभी छात्र नेताओं की इवनिंग क्लासेज शुरू करने, मेरिट फॉर्म तत्काल प्रभाव से जमा करने के साथ प्रिंसिपल डा। देवेंद्र भसीन को हटाने की मांग कर रहे थे। डीएवी कॉलेज के पास टावर पर चढ़े छात्रों से बात करने के लिए प्रिंसिपल खुद टावर के पास पहुंचे, लेकिन छात्र नेताओं ने उनकी नहीं सुनी। इसके उपरांत शाम को सीएम के ओएसडी आनंद बहुगुणा ने भी छात्रों को भरोसा देते हुए मुख्यमंत्री से वार्तालाप करवाने को आश्वासन दिया। लेकिन छात्र नेता नहीं मानें। मोहन भंडारी का कहना था कि वे इस मामले पर पांच दिन भी भूख हड़ताल भी कर चुके हैं।

प्रबंधन व शासन की होगी वार्ता

शाम तक पुलिस व प्रशासन के अधिकारी टावर पर चढ़े छात्र नेताओं को उतरने के लिए कहते रहे, लेकिन स्टूडेंट लीडर्स नहीं माने। मौके पर एसपी सिटी अजय सिंह, डालनवाला कोतवाल अनिल जोशी मय फोर्स वहीं मौजूद रहे। छात्रों का यह भी आरोप था कि प्रिंसिपल व शिक्षकों के आपसी झगड़े के कारण छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद देर शाम को फिर से सीएम के ओएसडी आनंद बहुगुणा के साथ एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से भेंट की। सीएम ने भरोसा दिया कि कॉलेज प्रबंधन व शासन के बीच इस मामले पर वार्ता होगी। इसके बाद टावर पर चढ़े छात्र नेता नीचे उतरे।

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तोड़ दी बायोमैट्रिक्स मशीन

सुबह के समय सबसे पहले आर्यन गु्रप के भगवती प्रसाद और उसके साथियों ने कॉलेज में तालाबंदी कर दी और बॉयोमैट्रिक्स मशीन तोड़ डाली।

श्रेय के लिए चढे़ टावर पर

एनएसयूआई व एबीवीपी के बीच श्रेय लेने की होड़ रही। एनएसयूआई के छात्र नेताओं के टावर चढ़ने के बाद एबीवीपी छात्र नेताओं ने टॉवर पर चढ़ने को फैसला लिया।

पुलिस के सामने चढ़ते रहे छात्र नेता

इसे पुलिस की गंभीर लापरवाही ही कहा जाएगा। जब एक छात्र टावर पर चढ़ गया था तो उसके बाद भी पुलिस ने दो और छात्रों को अपने सामने टावर पर चढ़ने दिया। इसी तरह सर्वे चौक वाले टावर पर दो छात्रों के चढ़ने के एक घंटे बाद तीसरा छात्र भी चढ़ गया, लेकिन पुलिस उसे रोक नहीं पाई।

ऐस विरोध पर सीएम का कड़ा एतराज

सीएम हरीश रावत ने छात्र नेताओं के टॉवर पर चढ़ने की परंपरा पर कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि विरोध जताने का यह तरीका सरासर गलत है। छात्र नेताओं को खुद अहसास होना चाहिए कि इससे पहले ऐसे ही एक छात्र नेता को जान गंवानी पड़ी।

Posted By: Inextlive