डीजल के दाम बढ़े, तो सब्जियां महंगी
- 5 से 10 रुपए का फुटकर में सब्जियों के दामों में इजाफा
- 30 से 35 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है सब्जियों के थोक भाव में Meerut । पिछले महीने हुई बारिश और उसके बाद शुरु हुआ डीजल के दाम के बढ़ने के सिलसिले ने सब्जियों के दाम में भी इजाफा करना शुरु कर दिया है। हालत यह है कि सब्जियों के थोक भाव में 30 से 35 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है और अभी इस वृद्धि के ओर बढ़ने की संभावना है। सब्जियों के दाम गत माह इस माह प्रति किलो भिंडी 20 से 25 30 से 35आलू 10 से 15 20 से 25
करेला 20 20 से 25लौकी 15 20
तौरी 15 18 से 20 बीन्स 20 से 22 25 से 30 प्याज 10 से 12 15 से 20 कटहल 20 25 से 30 इसलिए महंगी हुई सब्जियां1. मेरठ नवीन सब्जी मंडी में अधिकतर सभी सब्जियां आजादपुर सब्जी मंडी से आती है। बाकि अधिक सप्लाई हिमाचल प्रदेश और नासिक समेत पंजाब, सिलीगुडी, हरियाणा समेत कलकत्ता तक से हाती है। ऐसे में ट्रकों से इन सब्जियों का वितरण होता है लेकिन डीजल के दाम बढ़ने के कारण ट्रक संचालकों ने धीरे धीरे अपने किराया भी बढ़ाना शुरु कर दिया है। दूर से आने वाली सब्जियों के लिए ट्रांसपोर्टर किमी के हिसाब से किराये में वृद्धि करता है और आढ़ती अपने नुकसान की भरपाई के लिए दाम बढ़ाकर फुटकर व्यापारियों को देता है।
अगले हफ्ते ट्रांसपोर्टर्स की मीटिंग लगातार बढ़ते डीजल के दाम के विरोध में ट्रांसपोर्टर्स अगले सप्ताह अपने सभी प्रकार के माल भाडे़ में वृद्धि करने की बात कह चुके हैं। मेरठ ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन जल्द ही बैठक कर किराया बढ़ने का निर्णय लेगी। अनुमान से यदि डीजल के सभी जगह एक ही दाम हों, तो अंतर को ऐसे समझें केस स्टडी 1 कोलकाता से मेरठ की दूरी - लगभग 1510 किमी। लोडेड ट्रक का औसत एवरेज - 3 किमी। एक महीने पहले डीजल के रेट 64.82 रुपये प्रति लीटर - तब डीजल पर कुल खर्च - 32626 रुपये आज डीजल के रेट - 69.17 रुपये प्रति लीटर आज डीजल पर खर्च - 34815 रुपये ऐसे बढ़ा भाड़ा यानी 2189 रुपये बढ़ गए। इसमें कई ट्रांसपोर्टर्स ने मालभाड़ा भी बढ़ाया है, जिससे खर्च में अंतर और बढ़ गया है। केस स्टडी 2शिमला से मेरठ की दूरी - लगभग 332 किमी।
लोडेड ट्रक का औसत एवरेज - 3 किमी। एक महीने पहले डीजल के रेट 64.82 रुपये प्रति लीटर - तब डीजल पर कुल खर्च - 7173 रुपये आज डीजल के रेट - 69.17 रुपये प्रति लीटर आज डीजल पर खर्च - 7654 रुपये ऐसे बढ़ा भाड़ा यानी 481 रुपये बढ़ गए। इसमें कई ट्रांसपोर्टर्स ने मालभाड़ा भी बढ़ाया है, जिससे खर्च में अंतर और बढ़ गया है। अनुभव से 1. केस स्टडी 1 मेरठ से दिल्ली करीब 85 किमी। चलने पर एक माह पहले करीब 20 रुपये प्रति किमी का खर्च आता था, जो अब बढ़कर 25 रुपए प्रति किमी हो चुका है। 2. केस स्टडी 2 लखनऊ से मेरठ तक करीब 974 किमी। का किराया गत माह 24000 रुपये था, उसमें इस माह चार हजार रुपये का इजाफा हुआ है। अब किराया करीब 28 हजार रुपये हो चुका है। - (जैसा ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया) -------------------- दिल्ली में बढ़ गया भाड़ा ट्रक टाइप - मेरठ से दिल्ली - दिल्ली से मेरठ 1. टाटा 407 - 5500 - 60002. कैंटर - 7500 - 8000
3. ट्रक - 11000 - 12000 (ग्रीन टैक्स और टोल टैक्स अलग) डीजल के दाम से ट्रांसपोर्टर का नुकसान अधिक हो रहा है। दूर से आने के कारण खर्चा बढ़ गया है लेकिन अभी इतना अंतर नही आया है हां यदि डीजल के दाम कम ना हुए तो जरुर किराये के कारण सब्जियों के दाम में अधिक इजाफा होगा। अशोक प्रधान, सब्जी मंडी एसोसिएशन अध्यक्ष ट्रांसपोर्टर की मजबूरी हो गई है अब दाम बढ़ना। हर रोज डीजल का दाम बढ़ रहा है ऐसे में किराये में वृद्धि ना करने से नुकसान हो रहा है। अगले सप्ताह किराये में इजाफे का निर्णय लिया जाएगा। - गौरव शर्मा, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष तीन दिन पहले तक आलू के दाम 780 रुपए प्रति कटटा मिल रहा था लेकिन आज 800 रुपए दाम पहुंच गया है। ऐसे में कम से कम आलू के दाम में फुटकर में पांच रुपए तक का इजाफा हुआ है। - मारुफ, आढ़ती कुछ सब्जियों के दाम में अधिक इजाफा हो रहा है हर रोज मंडी में एक से दो रुपया बढ़ा हुआ मिलता है। इनमें करेला, कटहल, भिंडी, आलू आदि शामिल हैं। - वेद प्रकाश, आढ़ती सर्दियों की तुलना में हालांकि अभी सब्जियों के दाम काफी कम हैं लेकिन अब डीजल के दाम में इजाफे का असर सब्जियों पर दिखने लगा है। - रवि सब्जी व्यापारी सब्जियों में सबसे अधिक आलू इस समय सबसे अधिक मंहगा है और यही सबसे जरुरी सब्जी है। इसके अलावा अधिकतर सभी सब्जियों के दाम धीरे धीरे बढ़ ही रहे हैं। - पुष्पा सब्जियों के दाम अभी दो माह पहले ही कम हुए हैं अब दोबारा से बढ़ने शुरु हो गए हैं। आम रसोई का बजट सब्जियों के दाम से ही साल भर बिगड़ा रहता है। - दीपिका