Meerut : इतनी शिद्दत से मैंने तुम्हे पाने की कोशिश की है कि हर जर्रे जर्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की कोशिश की है. कहते हैं अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात तुम्हे उससे मिलाने की कोशिश में लग जाती है. ये कुछ चंद अल्फाज भी इलाहाबाद के इस युवा खिलाड़ी राजकिशोर के लिए शायद कम ही पड़ेगी. क्रिकेट की दुनिया में कई अच्छे क्रिकेटर चांस नहीं मिलने से बर्बाद हुए देखे हैं लेकिन यूपी टीम टीम के इकबाल की कहानी कुछ और है.


कहानी इकबाल की राजकिशोर पिछले साल तक एक आम क्रिकेटर था, जो मौका मिलने का इंतजार कर रहा था। राजकिशोर के लिए जैसे वेंकटेश प्रसाद भगवान बनकर आए। राजकिशोर एक आम तेज गेंदबाज था और सुरेश रैना को गाजियाबाद में प्रैक्टिस कराता था। पिछले साल यूपी का दिल्ली के खिलाफ गाजियाबाद में मैच हुआ। इस मैच से पहले राजकिशोर भी एक एकेडमी के एक आम प्रशिक्षु की तरह यूपी टीम के बल्लेबाजों को प्रैक्टिस करा रहा था। वेंकटेश को राजकिशोर की गेंदबाजी बेहद पसंद आई। उन्होंने उसे अगले मैच के लिए मेरठ में भी बुलाया। फिर कानपुर भी ले गए।बदल गई जिंदगी
वेंकटेश से मिलने के बाद जैसे राजकिशोर की जिंदगी ही बदल गई। राजकिशोर तब तक किसी भी बोर्ड ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले पाया था, लेकिन एक दिन अचानक यूपीसीए के जीएम रोहित तलवार का राजकिशोर के पास फोन आता है और उसे पता चलता है कि उसका चयन यूपी की वनडे टीम में हो गया है। राजकिशोर की जैसे दुनिया ही बदल गई। राज ने पिछले साल चार वनडे खेले। इसके बाद इस वर्ष मुजफ्फरनगर में उड़ीसा के खिलाफ हुए अंडर-25 मैच में खेला और चार विकेट लिए। फिर क्या था राजकिशोर को रणजी टीम का बुलावा आ गया। हां एक बात और ये सब हुआ बिना किसी ट्रायल के। राजकिशोर यूपी की 15 सदस्यीय रणजी टीम का हिस्सा बन गया है। जो खिलाड़ी पिछले साल मेरठ में यूपी टीम को बल्लेबाजी कराने के लिए एक आम बॉलर की हैसियत से मेरठ आया था वो आज उन्हीं खिलाडिय़ों का साथी बन गया है। यूपी टीम का हिस्सा बन गया है।बहुत शानदार पल यूपी टीम में शामिल होने से पहले राजकिशोर मुसीबत से गुजर रहा था। एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाला राज किशोर मूल रूप से इलाहाबाद का है। उसके पिता पीडब्लूडी में कार्यरत हैं। जबकि घर में एक बड़ा भाई है जो प्राइवेट नौकरी करता है। गाजियाबाद में रहते हुए राजकिशोर अपना खर्चा घर से मंगवाता था। कई बार उसके परिवार वालों ने उसे क्रिकेट छोड़कर इलाहाबाद आ जाने के लिए दबाव बनाया, लेकिन बाएं हाथ का तेज गेंदबाज राजकिशोर इरादों का पक्का ठहरा और आखिरकार अब उसे अपने घर से पैसे लेने की जरुरत ही नहीं पड़ती बल्कि अब तो वो अपने घर पर पैसे भेजता है। 'मुझे तो उम्मीद ही नहीं थी कि ऐसा भी हो सकता है। मुझे बहुत खुशी है। अपने बुरे समय में मैंने हिम्मत नहीं हारी थी। आज नतीजा सामने है.'


- राजकिशोर, यूपी टीम का बॉलर 'बहुत शानदार खिलाड़ी है राजकिशोर। हमें उसकी गेंदबाजी अच्छी लगी और बिना किसी ट्रायल के उसे टीम में चुन लिया गया.' - आशीष जैदी, मैनेजर यूपी टीम

Posted By: Inextlive