PATNA: दुष्कर्म के केस में फंसे नवादा से राजद के निलंबित विधायक राजबल्लभ यादव के भाग्य का फैसला 15 दिसंबर को होगा। इस दिन पटना के स्पेशल कोर्ट में चल रही सुनवाई में जस्टिस परशुराम सिंह यादव अपना फैसला सुनाएंगे। इस फैसले का दोनों पक्षों के अलावा पूरे राज्य के लोगों की निगाह भी गड़ी हुई है। इस मामले में विधायक जेल में बंद हैं। उनके अलावा 5 अन्य भी अभियुक्त बनाए गए हैं।

तो खत्म होगी सदस्यता

विधायक को सजा होने के बाद सबसे पहले विधानसभा से उनकी सदस्यता जाएगी। गौरतलब है कि 6 फरवरी 2016 को नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात नवादा विधायक राजबल्लभ यादव के पथरा इंगलिश गांव स्थित आवास पर हुई थी। इसमें सहयोग करने तथा नाबालिग छात्रा को विधायक के घर तक पहुंचाने वाली नालंदा जिले की सुलेखा देवी, उसकी मां राधा देवी, बहन टुसी देवी, बेटी छोटी व दामाद संदीप सुमन उर्फ पुष्पंजय को मुख्य प्राथमिकी आरोपी बनाया गया था। जबकि राजबल्लभ अप्राथमिकी अभियुक्त है। घटना के 3 दिनों बाद 9 फरवरी 2016 को पीडि़ता ने बिहारशरीफ महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। जिसकी कांड संख्या 15/16 है।

6 फरवरी 2016 की है घटना

घटना के दिन 6 फरवरी 2016 की शाम चार बजे सुलेखा देवी व उसकी बेटी छोटी ने मिलकर पीडि़ता को भरावपर मोहल्ले पर एक घर में जन्म दिन की पार्टी में ले गई। कहा कि जल्द ही वापस आ जाएगी। सुलेखा देवी से पड़ोसन के नाते जान-पहचान थी।

Posted By: Inextlive