नाइजीरिया में चरमपंथी संगठन बोको हराम ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि उसके कब्ज़े में अब भी अगवा की गई 100 लड़कियां हैं.


नाइजीरिया में चरमपंथी संगठन बोको हराम ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि उसके कब्ज़े में अब भी अगवा की गई 100 लड़कियां हैं.इन लड़कियों को पिछले महीने नाइजीरिया में एक स्कूल से अगवा किया गया था.बोको हराम के नेता अबू बकर शेकाऊ का कहना है कि इन लड़कियों को तब तक बंधक रखा जाएगा जब तक कि जेल में बंद सभी चरमपंथी रिहा नहीं कर दिए जाते.उन्होंने कहा कि सभी लड़कियों ने इस्लाम अपना लिया है. सोमवार को जारी इस वीडियो में दावा किया गया है कि वो सभी लड़कियां नमाज़ अदा कर रही हैं.बोको हराम ने उत्तरी नाइजीरिया से 14 अप्रैल को 200 से ज़्यादा लड़कियों का अपहरण कर लिया था और उन्हें बेचने की धमकी दी थी.


उत्तरी शहर मैदुगुरी से बीबीसी संवाददाता जॉन सिम्पसन का कहना है कि बोको हराम की टिप्पणी से पता चलता है कि ये संगठन सौदेबाज़ी करना चाहता है.'लड़कियों को आज़ाद किया'अबुबाकर शेकाऊ के बोको हराम ने साल 2009 से नाइजीरिया सरकार के ख़िलाफ़ अभियान छेड़ रखा है.फ़्रांस की समाचार एजेंसी एएफ़पी को मिले 17 मिनट लंबे इस वीडियो में तीन लड़कियों को बोलते हुए दिखाया गया है, उन्होंने हिजाब पहना हुआ है.

दो लड़कियां कहती हैं कि वो ईसाई थीं और उन्होंने इस्लाम अपना लिया है जबकि एक अन्य लड़की कहती है कि वो मुसलमान है.वीडियो में अबू बकर शेकाऊ कहते हैं, "इन लड़कियों को हमने आज़ाद कर दिया है. ये लड़कियां मुसलमान बन चुकी हैं."ऐसा समझा जाता है कि जिन लड़कियों का अपहरण किया गया उनमें से ज़्यादातर ईसाई हैं, हालांकि उनमें कुछ मुसलमान भी हैं.'नुकसान नहीं पहुंचाया'संवाददाताओं का कहना है कि ये लड़कियां शांत दिखाई दे रही हैं और उनमें से एक ने कहा कि उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया गया है.इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि ये वीडियो कब और कहां लिया गया.इस वीडियो में करीब 130 लड़कियों को दिखाया गया है, उत्तरी राज्य बोर्नो के स्कूल से 276 छात्राओं को अगवा किया गया था.बीबीसी संवाददाता का कहना है कि इसका ये मतलब हो सकता है कि उन्हें छोटे-छोटे समूहों में बांट दिया गया है ताकि उनकी तलाश न हो सके.इससे पहले बोको हराम ने ये माना था कि उसने लड़कियों का अपहरण किया है.

बोको हराम का मतलब होता है, "पश्चिमी शिक्षा की मनाही है". इस संगठन का कहना है कि लड़कियों को स्कूल में नहीं होना चाहिए था बल्कि उनकी शादी हो जानी चाहिए थी.बोको हराम ने साल 2009 से ही नाइजीरिया की सरकार के ख़िलाफ़ हिंसक अभियान छेड़ रखा है.

Posted By: Subhesh Sharma