शहर के स्कूलों की बजाए आंचलिक स्कूलों के छात्रों ने बाजी मारी

प्रदेश में टॉप 5 में अपनी जगह नहीं बना सका मेरठ

90 फीसदी अंक पाने वाले स्टूडेंट्स की भी संख्या रही कम

>Meerut। यूपी बोर्ड के रिजल्ट में मेरठ हाई स्कूल में टॉप 20 में अपनी जगह नहीं बना सका, जबकि इंटर में टॉप 20 में भी सिर्फ एक जगह ही मिली हैं। हैरानी वाली बात यह है कि बेहतर रिजल्ट देने वाले स्कूल भी इस बार पिछड़े दिखाई दिए। जिले में बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती शिशु मंदिर भी शीर्ष से खिसक कर तीसरे स्थान पर आ गया है। जबकि एसडी सदर के छात्र भी काफी पिछड़े हैं। खास बात यह है कि इस बार शहरी स्कूलों की बजाए आंचलिक क्षेत्रों जैसे प्रताप नगर, भैंसा, खानपुर, मवाना, गंगानगर, लावण, कपसाड़, किठौर आदि के बच्चों ने जिले की मेरिट में बाजी मारी।

90 फीसदी वाले छात्र कम

जिले की मेरिट लिस्ट में इस बार 90 प्रतिशत की कैटेगरी में काफी कम छात्र रहे। जिले में हाईस्कूल में सिर्फ 14 छात्रों को ही 90 प्रतिशत तक अंक मिले, जिसमें 92 प्रतिशत अंक सबसे अधिक है। जबकि इंटर में सिर्फ दो छात्रों को ही 90 प्रतिशत तक अंक मिले हैं। इसमें सुशांत को 91 प्रतिशत व सौम्या मित्तल को 90.60 प्रतिशत अंक मिले हैं।

इस बार हमारे छात्र टॉप मेरिट में नहीं हैं। रिजल्ट में काफी कमी आई हैं। हम कोशिश करेंगे की अगली बार हमारा प्रदर्शन बेहतर हो।

डॉ। राजकुमार त्यागी, प्रिंसिपल, एसडी सदर

इस बार शीर्ष पर हमारे स्टूडेंटस नहीं आए हैं। ओवर ऑल रिजल्ट बेहतर है। हालांकि टॉप 10 में हाईस्कूल व इंटर में काफी छात्र हमारे स्कूल से हैं।

कृष्ण कुमार, प्रिंसिपल, बीबीएसएस मंदिर

मेरठ का रिजल्ट काफी बेहतर आया है। हालांकि इस बार काफी सख्ती थी। छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया है।

डॉ। सुखनंदन त्यागी, प्रिंसिपल, राम सहाय इंटर कॉलेज

Posted By: Inextlive