इधर खतरे में गांव उधर साहब कर रहे पत्राचार
2016-07-30T11:59:05+05:30GORAKHPUR राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर के बीच माडऱ बंधे पर लगे रेगुलेटर से तेजी से पानी का रिसाव होने से इलाकाई गांवों में खलबली मची हुई है वहीं जिम्मेदार ठोस कार्रवाई करने की जगह पत्राचार में फंसे हुए हैं हालत यह है कि तीन दिन पहले ही एसडीएम ने बाढ़ खंड विभाग के एक्सईएन को पत्र लिखा लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है धीरेधीरे रिसाव तेज होता जा रहा है और इसी के साथ आसपास के गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ती जा रही है उधर लगातार नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण राप्ती में पानी का दबाव बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में यदि रेगुलेटर तत्काल दुरुस्त नहीं किया गया तो कुछ भी संभव है
कट गया है रबर
सहजनवां तहसील क्षेत्र के माडऱ बंधे पर बने रेगुलेटर का रबर कट गया है. इससे यहां से धीरे-धीरे पानी का रिसाव हो रहा था. शुक्रवार को यह रिसाव तेज हो गया है. इससे इलाकाई लोगों के होश उड़े हुए हैं. काफी पहले ही यहां के लोगों ने एसडीएम सहजनवां दिनेश मिश्रा से कंप्लेन कर दी थी. जिसके बाद उन्होंने बाढ़ खंड के एक्सईएन को पत्र लिखकर रेगुलेटर ठीक कराने का निर्देश दिया था लेकिन अभी तक विभाग की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है.
तो डूब जाएंगे दर्जनों गांव
यदि तत्काल रिसाव को नहीं रोका गया तो यह धीरे-धीरे बढ़ता जाएगा और आसपास के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में डूब जाएंगे. नदी का जलस्तर बढऩे से बरहुआ बंधे पर तीसरे दिन भी कटान जारी है. लोग सहमे हुए हैं.
जलस्तर बढऩे से बरहुआ बंधे के पास जहां भी तेज दबाव है वहां नायलान की बोरी में झावा पत्थर डाला जा रहा है.
- बृजेश द्विवेदी, जेई, बाढ़ विभाग
रेगुलेटर ठीक कराने का निर्देश दिया गया था. यदि बाढ़ जैसे मामले में लापरवाही की जा रही है तो संबंधित लोग कार्रवाई झेलने के लिए तैयार रहें.
- दिनेश मिश्रा, एसडीएम, सहजनवां