GORAKHPUR: राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर के बीच माडऱ बंधे पर लगे रेगुलेटर से तेजी से पानी का रिसाव होने से इलाकाई गांवों में खलबली मची हुई है. वहीं जिम्मेदार ठोस कार्रवाई करने की जगह पत्राचार में फंसे हुए हैं. हालत यह है कि तीन दिन पहले ही एसडीएम ने बाढ़ खंड विभाग के एक्सईएन को पत्र लिखा लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. धीरे-धीरे रिसाव तेज होता जा रहा है और इसी के साथ आसपास के गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ती जा रही है. उधर लगातार नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण राप्ती में पानी का दबाव बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में यदि रेगुलेटर तत्काल दुरुस्त नहीं किया गया तो कुछ भी संभव है.


कट गया है रबरसहजनवां तहसील क्षेत्र के माडऱ बंधे पर बने रेगुलेटर का रबर कट गया है। इससे यहां से धीरे-धीरे पानी का रिसाव हो रहा था। शुक्रवार को यह रिसाव तेज हो गया है। इससे इलाकाई लोगों के होश उड़े हुए हैं। काफी पहले ही यहां के लोगों ने एसडीएम सहजनवां दिनेश मिश्रा से कंप्लेन कर दी थी। जिसके बाद उन्होंने बाढ़ खंड के एक्सईएन को पत्र लिखकर रेगुलेटर ठीक कराने का निर्देश दिया था लेकिन अभी तक विभाग की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। तो डूब जाएंगे दर्जनों गांवयदि तत्काल रिसाव को नहीं रोका गया तो यह धीरे-धीरे बढ़ता जाएगा और आसपास के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में डूब जाएंगे। नदी का जलस्तर बढऩे से बरहुआ बंधे पर तीसरे दिन भी कटान जारी है। लोग सहमे हुए हैं।
जलस्तर बढऩे से बरहुआ बंधे के पास जहां भी तेज दबाव है वहां नायलान की बोरी में झावा पत्थर डाला जा रहा है।- बृजेश द्विवेदी, जेई, बाढ़ विभागरेगुलेटर ठीक कराने का निर्देश दिया गया था। यदि बाढ़ जैसे मामले में लापरवाही की जा रही है तो संबंधित लोग कार्रवाई झेलने के लिए तैयार रहें। - दिनेश मिश्रा, एसडीएम, सहजनवां

Posted By: Inextlive