-ट्रिपल हत्याकांड के बाद गांव में सन्नाटा, गलियों में सुनाई दे रही पुलिस के बूटों की आवाज

BIHARSHARIFF/PATNA: बिहारशरीफ के दीपनगर थाना क्षेत्र के मघड़ा सराय गांव गुरुवार को पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। जबकि अधिकतर पुरुष ग्रामीण घर छोड़कर फरार हो चुके हैं। वहीं भीड़ के हाथों मारे गए संटी मालाकार और रंजन यादव के घरों पर भी ताला जड़ा दिखा। तीन दिन पहले तक गांव में चहल-पहल थी, गुरुवार को मातम पसरा था। गलियों में ग्रामीणों की चहलकदमी की बजाए पुलिस के बूटों की आवाज सन्नाटे को चीर रही थी। बीच-बीच में पुलिस के कई अफसर भी आते-जाते रहे। कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं दिखा। हालांकि मॉब ¨लं¨चग मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इंदल पासवान की हत्या मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। थाने में कुल 4 एफआईआर दर्ज कराई गई है।

भीड़ ने कर दी थी हत्या

ज्ञात हो कि मंगलवार की देर रात मघड़ा सराय गांव निवासी राजद नेता इंदल पासवान की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह गांव के ही एक टोले से श्राद्धकर्म का भोज खाकर लौट रहे थे। इसी बीच घात लगाए बदमाशों ने उनके सीने में गोली दाग दी थी। बुधवार की सुबह इंदल पासवान का शव खेत में फेंका मिला, तब लोगों को हत्या का पता चला। भीड़ ने हमला कर दिया और संदेह के आधार पर गांव के ही संटी मालाकार व रंजन यादव की पीट-पीटकर हत्या कर दी। वहीं चुन्नी लाल को पीटकर अधमरा कर दिया। इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने चुन्नी लाल के घर में आग लगा दी थी। फिलहाल, चुन्नी लाल सदर अस्पताल में इलाजरत है।

खेत तक खाकी का पहरा

गांव में किसी तरह की कोई अनहोनी नहीं हो, इसे लेकर गुरुवार को पुलिस हाई अलर्ट पर दिखी। गांव की गलियों से लेकर छतों तक सुरक्षा कर्मी पैनी नजर रखे हुए थे। गांव के प्रवेश पर दो जगह पुलिस बल तैनात दिखे। पुलिस के जवानों ने सड़क से लेकर गली तक व गली से लेकर खेत तक कड़ा पहरा रखा था। घरों पर नजर रखी जा रही थी।

हुजूर भागकर कहां जाएंगे

बुधवार को हुई मॉब लि¨चग व तोड़फोड़ के गवाह रहे वीरेंद्र यादव ने कहा कि हुजूर, भागकर कहां जाएंगे। झरझडि़या चलाते है। अचानक इतनी भीड़ आ गई थी कि घर छोड़कर भाग गए। सभी के हाथ में रॉड व हथियार था। हमारे भीतर भी तो इंसानियत है, हम और अन्य जातियों के परिवारों से भी तो प्रेम करते हैं, लेकिन बुधवार को तो हद हो गई। सभी मानवीय संवेदना धरी की धरी रह गई। आखिर हमारे शरीर के खून का रंग और उनके बदन के खून का रंग तो एक ही है ना।

पांच डीएसपी की टीम कर रही जांच

गांव में ट्रिपल मर्डर के बाद डीआईजी राजेश कुमार घटना स्थल पर पहुंचे थे तथा 5 डीएसपी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया था। यह टीम हर स्तर से जांच में जुट गई है। गांव में खूफिया सूत्रों को भी अंदर की खबर लाने में भिड़ा दिया गया है। छन-छन के कई बातें सामने आ रही हैं। परंतु अफसर अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। मॉब ¨ल¨चग के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिसे लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क नजर आया। गांव में दो गुटों के बीच ¨हसा की आशंका बनी हुई है।

Posted By: Inextlive