'मत पूछो कैसे बिताए वह दिन... '
बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के बॉलीवुड में कदम रखने वाले विनय पाठक अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बात नहीं करना चाहते.फायर, भेजा फ्राई और मिथ्या जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए सराहे जाने वाने विनय का कहना है कि बॉलीवुड में संघर्ष को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया जाता है.विनय ने बताया, अगर मैं कहूं कि मैं मुंबई आकर प्लेटफार्म पर सोया और वड़ा पाव खाकर भूख मिटाई तो इसमें कौन सी विशेष बात है. हर कोई अपने करियर के लिए संघर्ष करता है.
उनका कहना है कि वह आज भी अच्छी फिल्मों की कहानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.विनय अब दीपा साही के निर्देशन में बनी पहली फिल्म तेरे मेरे फेरे में रिया सेन के साथ भूमिका निभा रहे हैं. विनय ने यह भी बताया कि जब लोग उन्हें सिर्फ एक शैली के अभिनेता के रूप में देखते हैं तो यह उन्हें पसंद नहीं आता.