कानपुर में 30 नवम्बर को दिनदहाड़े वीआईपी रोड पर हिस्ट्रीशीटर शानू ओलंगा का मर्डर. आई नेक्स्ट ने शानू की बॉडी के पास खड़े दो संदिग्धों की फोटो पब्लिश की.


फिर भी पुलिस कुछ नहीं कर पाई। पुलिस के पास कई नाम आए मगर हर नाम खारिज होता गया। कानपुर पुलिस के पास अब एक नया नाम आया है गुड्डू बिंद का। हालांकि कानपुर पुलिस के पास गुड्डू की कोई फाइल फोटो नहीं, जिससे वो तय कर सके कि मर्डर स्पॉट की पिक्चर में जिस संदिग्ध का चेहरा खुला है, वो गुड्डू बिंद है या नहीं। i next का कमालकानपुर पुलिस को भले ही अब तक गुड्डू बिंद के बारे में ज्यादा इंफॉर्मेशन नहीं मिली मगर जब आई नेक्स्ट ने इस मामले में इन्वेस्टिगेशन की तो हैरान करने वाले फैक्ट्स सामने आए। पहले हमने खोज निकाला पुलिस रिकॉर्ड में दबी पड़ी गुड्डू की तस्वीर। ये तस्वीर ही आधी कहानी कह रही है। अब बात करते हैं गुड्डू बिंद की। उसकी शार्ट प्रोफाइल पर गौर करिए आप बहुत कुछ समझ जाएंगे। ये तो है छुपा रुस्तम
चेहरे से ही शातिर दिखने वाले गुड्डू की अच्छी खासी क्रिमिनल हिस्ट्री है। कैंट से लेकर लंका, जैतुपरा, सारनाथ, मुगलसराय, मिर्जापुर और आस पास के कई जिलों में राजकुमार के ऊपर 25 से ज्यादा मामले है। पुलिस सोर्सेज की मानें तो गुड्डू ने 29 अगस्त को बनारस के बड़ी बाजार एरिया में एक हाजी का मर्डर कर करीब 12 लाख रुपये लूटे थे। इसके पहले गुड्डू का नाम कैंट एरिया में लूट, सारनाथ में मर्डर, मुगलसराय में डबल मर्डर में सामने आया था। बनारस के कैंट, आदमपुर, लंका भेलूपुर, समेत सात से ज्यादा थाना क्षेत्रों में गुड्डू के ऊपर हत्या, लूट, रंगदारी, फिरौती, जान से मारने  की धमकी देने समेत दो दर्जन से ज्यादा मामले चल रहे है।बात निकली सच ‘दूसरों के खास बनारसी बदमाश’। 19 दिसम्बर को बनारस आई नेक्स्ट में पब्लिश ये खबर तो आपको याद ही होगी। इस खबर के जरिए आई नेक्स्ट ने अपने रीडर्स को ये बताया था कि किस तरह से बनारस के शूटर्स दूसरे शहरों में सुपारी किलर के तौर पर मशहूर हो रहे है। अपनी इस खबर को आई नेक्स्ट ने फिर प्रूव किया है। कानपुर के शानू ओलंगा मर्डर केस में बनारस के बदमाश और सुपारी किलर राजकुमार उर्फ गुड्डू उर्फ मामा है और उसका गैंग इस बात का प्रूफ है कि कैसे बनारस के बदमाश दूसरे शहरों ही नहीं बल्कि दूसरे स्टेट्स में भी क्राइम करने से नहीं चूक रहे।

Posted By: Inextlive