ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के डॉ। जमील अहमद के नेतृत्व में छात्रों ने किया भ्रमण

ALLAHABAD: ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के प्राचीन इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के एमए द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने प्रसिद्ध पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक पुरास्थल कौशाम्बी का शैक्षणिक भ्रमण किया। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। जमील अहमद के नेतृत्व में छात्रों को अशोक स्तंभ एवं घोषिताराम विहार ले जाया गया। इसके अलावा उन्हें रक्षा प्राचीर, खाइयों, बुर्जो एवं श्येनचिति क्षेत्र का भी भ्रमण कराया गया। अंत में यमुना किनारे स्थित राज प्रसाद क्षेत्र का भी भ्रमण कराया गया। इस दौरान पुरातात्विक सर्वेक्षण भी कराया गया। डॉ। रागिनी राय व कृष्णा सिंह ने वहां कला व वास्तुकला के बारे में जानकारी दी।

छात्रों को दी गई जानकारी

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- कौशाम्बी का वर्णन ब्राह्मण ग्रंथों, उपनिषदों के अलावा रामायण व महाभारत में मिलता है

- अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित के बाद पांचवी पीढ़ी के निचक्षु के शासन में हस्तिनापुर की राजधानी कौशाम्बी को बनाया गया था

- छठीं शताब्दी के ईसा पूर्व में यह वत्स महाजनपद की राजधानी थी

- कौशाम्बी की गणना बुद्ध कालीन छह प्रमुख नगरों में की जाती है

- महात्मा बुद्ध दो बार यहां आये थे

- दो चीनी यात्री फाहयान और व्हेनसांग भी यहां आये थे

- सारनाथ व मथुरा की तरह कौशाम्बी भी कला का प्रसिद्ध केन्द्र था

- इसलिए इसे कौशाम्बी स्कूल ऑफ आर्ट भी कहा जाता है

Posted By: Inextlive