स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग की कॉमन ब्रांचेज की जगह अनकन्वेंशनल ब्रांचेज में एडमिशन लेना चाहिए ताकि उन्हें इंजीनियरिंग में कुछ नया करने का अवसर मिले। यही नहीं उनके करियर की प्रोग्रेस भी बेहतर ढंग से हो...


कानपुर। हर साल इंजीनियरिंग एग्जाम्स में लाखों स्टूडेंट्स का अपियर होना यह दर्शाता है कि यह फील्ड स्टूडेंट्स की बीच सबसे ज्यादा पॉपुलर है। हालांकि ज्यादातर स्टूडेंट्स कॉमन ब्रांचेज ऑप्ट करके कुछ नया सीखने का मौका गंवा देते हैं। ऐसे में हम आपको नई इंजीनियरिंग ब्रांचेज के बारे में बता रहे हैं। इंजीनियरिंग के ये नए सेक्टर आपको करियर की नई ऊँचाईयों पर ले जाने में बड़ी हेल्प करेंगे।

केमिकल इंजीनियरिंगइस ब्रांच में मैटीरियल्स के एक्सट्रैक्शन और ट्रांसफॉर्मेशन के लिए सिस्टमैटिक डिजाइन डेवलपमेंट और प्रॉसेस सिस्टम को तैयार करना सिखाया जाता है। इसे ऑप्ट करने वाले स्टूडेंट्स रिफाइनिंग इंजीनियर, पेट्रोकेमिकल इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर या कंसल्टेंट के तौर पर करियर बना सकते हैं।

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग


यह ब्रांच एयरोप्लेन्स, रॉकेट, मिसाइल्स, स्पेस लॉन्च वेहिकल्स (एसएलवी) और यूएवी आदि के डिजाइन एनालिसिस और मेन्युफैक्चरिंग से जुड़ी हुई है। जिन कैंडीडेट्स को स्पेस मिशन्स में इंटरेस्ट है, उन्हें यह ब्रांच ऑप्ट करनी चाहिए. आगे जाकर आप एयरोस्पेस मेंटेनेंस इंजीनियर, एयरक्राफ्ट डिजाइन एंड एनालिसिस, एयरोस्पेस मॉडलिंग एंड सिम्युलेशन इंजीनियर बन सकते हैं या सैटेलाइट एंड स्पेस एप्लिकेशन डेवलपमेंट में रिसर्च कर सकते हैं।

ऑटोमोटोटिव डिजाइन इंजीनियरिंग


इसमें कैंडीडेट्स को ऑटोमोबाइल्स की डिजाइनिंग, मेन्युफैक्चरिंग और मेंटेनेंस की ट्रेनिंग दी जाती है। इस फील्ड में एक प्रोफेशनल अलग-अलग टूल्स की हेल्प से ऑटोमोटिव के विजुअल अपियरेंस के कॉन्सेप्ट्स के साथ-साथ फंक्शनल परफॉर्मेंस को भी डेवलप करता है। आप ऑटोमोटिव डिजाइन इंजीनियर, प्रोडक्शन प्लानिंग एंड कंट्रोल इंजीनियर के तौर पर करियर बना सकते हैं।

फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंगयह ब्रांच फायर और स्मोक से लोगों और एनवायरमेंट को सेफ रखने के लिए स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग देती है। फायर इंजीनियर्स यह ध्यान रखते हैं कि एनवायरमेंट को नुकसान पहुंचाए बिना किस तरह सेफ्टी एन्श्योर की जा सकती है। इस फील्ड में रिसर्च का काफी स्कोप है।

विऑनिक्सयह ब्रांच एयरोनॉटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन को कंबाइन करके बनाई गई है। एविऑनिक्स में स्पेशलिस्ट प्रोफेशनल्स एयरक्राफ्ट, रॉकेट्स आदि में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स को तैयार करते हैं। इस स्ट्रीम की पढ़ाई करके आप एयर डिफेंस की फील्ड में सिस्टम्स इंजीनियर बन सकते हैं।

ये हैं ऐसे सेक्टर्स जिनमें ब्राइट होगा इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का फ्यूचरइंजीनियरिंग फील्ड में चमकाना है करियर तो इन एंट्रेंस एग्जाम्स में जरूर करें अप्लाई

Posted By: Chandramohan Mishra