ये हैं ऐसे सेक्टर्स जिनमें ब्राइट होगा इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का फ्यूचर
कानपुर। वैसे तो इंजीनियरिंग हमेशा से ही यंगस्टर्स के बीच पॉपुलर करियर ऑप्शन रहा है, लेकिन डिजिटाइजेशन ने इसके स्कोप को और भी इन्हैंस किया है। आप भी फ्यूचर ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुए इंजीनियरिंग के इन सेक्टर्स में करियर बना सकते हैं...
कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्रीवर्चुअल रिएलिटी, ड्रोन्स और 3डी स्कैनिंग एंड प्रिंटिंग जैसी नई टेक्नोलॉजीस के चलते सिविल इंजीनियरिंग में स्कोप बढ़ा है। यही नहीं क्लाउड बेस्ड प्लेटफॉर्म्स के बढने से बिजनेस में पार्टनरशिप और टेक बेस्ड प्रोजेक्ट्स की डिमांड भी बढ़ी है। लिहाजा इस फील्ड में न सिर्फ कुछ नया सीखने बल्कि इंप्लॉयबिलिटी के लिहाज से अवसर बढ़ेंगे।
अगर फ्यूचर के स्कोप की बात करें, तो क्लाउड कंप्यूटिंग न सिर्फ प्राइवेट बल्कि पब्लिक सेक्टर में भी आईटी इंडस्ट्री के लिए नई चुनौतियां पेश करने वाला है, लिहाजा इसमें स्पेशलाइजेशन आईटी या सीएस ब्रांच से इंजीनियरिंग करने वाले स्टूडेंट्स के लिए बेनिफीशियल है। यही नहीं क्लाउड के बढ़ते इस्तेमाल से आने वाले समय में आईटी प्रोफेशनल्स को इक्विपमेंट्स की जगह एप्लिकेशन्स पर ज्यादा काम करना होगा।
वर्चुअल रिएलिटी
वर्चुअल रिएलिटी को अगर आने वाले समय की रिएलिटी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसे कंप्यूटर ग्राफिक्स, वायरलेस ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी, हेड सेट्स, एचडी प्रोजेक्टर्स की मदद से तैयार किया जाता है। आने वाले समय में इसका इस्तेमाल सिर्फ गेमिंग इंडस्ट्री तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि डिफेंस एंड सेक्योरिटी के लिए भी इसमें स्किल्ड प्रोफेशनल्स को हायर किया जाएगा।
डाटा एंड इंटीग्रेशनयह एक ऐसी फील्ड है, जिसके बारे में लोगों को कम जानकारी है। जबकि डाटा की इंपॉर्टेंस बढ़ रही है। दरअसल, स्मार्ट सिटीज की प्लानिंग और क्रिएशन में डाटा का रोल अहम होता है। जैसे-जैसे स्मार्ट सिटी का कॉन्सेप्ट डेवलप होगा, इस फील्ड के प्रोफेशनल्स की डिमांड भी बढ़ेगी।
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंसइसका सबसे अच्छा इस्तेमाल क्वॉलिटी मैनेजमेंट, प्रीडिटिव मेंटेनेंस और सप्लाई चेन ऑप्टीमाइजेशन में किया जाता है। यही कारण है कि लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर्स में एआई बेस्ड इक्विपमेंट्स एक बड़ा बदलाव ला रहे हैं। आप भी इसमें स्पेशलाइजेशन करके अपने करियर को बेहतर बना सकते हैं।