रविवार को वाघा सीमा पर पाकिस्‍तान की ओर से आत्‍मघाती हमला करने वाले आतंकवादी संगठन ने अब भारत में खौफ फैलाने की शुरुआत कर दी है. संगठन की ओर से अब भारत और पीएम नरेंद्र मोदी को धमकी दी गई है. खबर के सामने आते ही इसकी जानकारी तुरंत पीएम नरेंद्र मोदी को दी गई है.

टि्वटर पर दी धमकी
सोमवार को हमले की जिम्मेदारी लेने वाले संगठन तहरीक-ए-तालीबान पाकिस्तान जमात अहरार के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने टि्वटर पर अंग्रेजी में लिखा है, 'तुम (मोदी) सैकड़ों मुसलमानों के हत्यारे हो. हम कश्मीर और गुजरात के निर्दोष लोगों का बदला लेंगे.' उन्होंने उर्दू में भी ट्वीट किया है,'अगर हम इस पार (सीमा के) हमला कर सकते हैं तो दूसरी तरफ भी ऐसा ही किया जा सकता है.' एहसान ने कहा कि यह हमला पाकिस्तान और भारत, दोनों की हुकूमतों को असली संदेश देने के लिए किया गया था. फिलहाल खबर के सामने आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा सलाहकारों ने उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी है.  
संगठन का दावा, अन्य संगठनों का बयान है फर्जी  
संगठन की ओर से एहसान ने बताया कि यह फिदायीन हमला हाफिज हनीफुल्लाह नाम के शख्स ने किया है. गौरतलब है कि जमात अहरार के अलावा जनदुल्लाह और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मेहर मेहसूद ग्रुप ने भी इस हमले की जिम्मेदारी सिरे से ली है. वहीं जानकार मानते हैं कि हमले में जमात अहरार का ही हाथ है. एहसान ने बताया कि अन्य दोनों संगठनों का दावा पूरी तरह से आधारहीन है और उनमें ऐसे हमले करने की कूव्वत भी नहीं है. एहसान ने दावा किया कि इस हमले की योजना जमात अहरार के हेडक्वार्टर में बनाई गई थी. यहां यह भी बता दें कि पाकिस्तान के आतंकवाद प्रभावित उत्तर-पश्चिमी इलाकों से ऑपरेट कर रहे ऐसे कई जिहादी संगठन और इनके भारत में मौजूद सहयोगी संगठन भारतीय एजेंसियों के लिए पहले से ही सिरदर्द बने हुए हैं.   
 
नौसेना भी हुआ सर्तक
वहीं मंगलवार को कोलकाता और उसके बंदरगाहों पर आतंकी हमलों की आशंकाओं से जुड़ा खुफिया अलर्ट मिलने के बाद नौसेना ने दो जंगी जहाजों को वहां से हटा दिया है. जानकारी है कि इन जहाजों को नौसेना दिवस के सिलसिले में सोमवार को ही खिदिरपुर में पर्यटकों के देखने के लिए रखा गया था.
 
जानकारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जमात अहरार की
मौलाना कासिम ने इस संगठन की नींव रखी थी. यह संगठन सीरिया और इराक में लगातार पांव पसारते आतंकी ग्रुप इस्लामिक स्टेट से बहुत ज्यादा प्रभावित है. इतना ही नहीं इसके अल कायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी से भी काफी करीबी रिश्ते हैं. इस संगठन का मुख्य कमांडर पत्रकार से जिहादी बना उमर खालिद खुरासानी है. इसके लिए कहा जाता है कि ये पाकिस्तान में तख्ता पलट करके शरीयत कानून लागू करना चाहता है. इसके अलावा वह पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर भी कब्जा करके पूरी दुनिया में इस्लामिक हुकूमत कायम रखना चाहता है. जानकारी है कि इस साल फरवरी में उमर खालिद ने 23 पाकिस्तानी सैनिकों का सिर कलम करवाया था.

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Posted By: Ruchi D Sharma