- वाहन चोरी के बड़े गिरोह का पर्दाफाश, आठ गिरफ्तार

- पश्चिम बंगाल, मुम्बई, नागालैंड सहित पूर्वोत्तर राज्यों में भेजी जाती थी गाडि़यां

- मुजफ्फरपुर में 1 एकड़ में बना है चोरी की गाडि़यों को काटने के लिए गैराज

- कुछ दिनों में ही पटना से चोरी हुई थी 45 फोर व्हीलर

PATNA : पटना पुलिस ने एक बड़े वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसका नेटवर्क पूर्वोत्तर के राज्यों तक फैला है। इस गैंग के आठ लोगों को दबोचा गया और काफी संख्या में चोरी की गाडि़यों के काटे हुए इंजन और पूर्जे जब्त किए गए हैं। यह गिरोह बड़े पैमाने पर काम करता है और एक कंपनी की तरह यहां चोरी की गाडि़यों पर नए चेचिस नम्बर से लेकर इंजन नम्बर तक लगाया जाता है। इसके लिए मुजफ्फरपुर में करीब एक एकड़ में फैला गैराज भी काम कर रहा है। मुजफ्फरपुर टाउन से क्भ् किलोमीटर अंदर मुसहरी थाना एरिया के चक अहलेदाद सगहरी गांव में मो। जाकिर और मुख्तार इसे चला रहे थे। गांव के लोगों को छोड़ दे तो बाहर वालों को इसकी भनक भी लगना मुश्किल था। चारों ओर से घेरकर अंदर चोरी की गाडि़यों को नया रुप रंग के साथ साथ काटकर उन्हें अलग अलग सप्लाई किया जा रहा था। इस गिरोह का किंगपिन मुजफ्फरपुर का ही अजीत उर्फ मामा है जो अभी फरार है, हालांकि पुलिस अभी उसकी तलाश कर रही है। पढ़ा लिखा मामा इस धंधे से ही लाखों की कमाई करता है। इस पूरे काम में करीब दो दर्जन लोग लगे हैं जिनका कनेक्शन इंश्योरेंस कंपनी से लेकर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के लोगों से भी जुड़ा है जिनके भरोसे यह धंधा चमक रहा है। मुम्बई, असोम, नागालैंड, पश्चिम बंगाल समेत नेपाल तक चोरी की गाडि़यों की सप्लाई इस गिरोह द्वारा की जा रही थी।

आलमगंज से शुरू हुआ खुलासा

सीनियर एसपी जितेन्द्र राणा ने बताया कि चोरी की नई गाडि़यों को ग्रामीण इलाके में बेचा जाता था जबकि थोड़ी पुरानी गाडि़यों को नेपाल सहित कई राज्यों में कम कीमतों पर ठिकाने लगाया जा रहा था। दीघा थाना एरिया में क्ब् अप्रैल को सेन्ट माइकल्स स्कूल के पास एक अपार्टमेंट से सुमो की चोरी हुई थी इस कांड को फ्0 सेकेंड में ही अंजाम दिया गया था जो सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है। चेारी करने वाले में मो। असलम उर्फ जूही एवं विकास कुमार माली शामिल था। इस गिरोह के साथ ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के भी स्टाफ मिले हैं जिनकी मदद से चोरी की गाडि़यों के कागजात बनवाकर बेचे जा रहे थे। इसकी भी जांच हो रही है जल्द ही कुछ ऐसे लोग भी पकड़े जाएंगें एसपी ईस्ट सुधीर पोरिका के नेतृत्व में बनी टीम में डीएसपी सदर रामाकांत प्रसाद और आलमगंज थानाध्यक्ष ने मिलकर लगातार ब्8 घंटे तक रेड की जिसके बाद इतने बड़े रैकेट का खुलासा हो सका।

इंश्योरेंस कंपनी से लेते हैं इंजन नम्बर

पूछताछ में इस गिरोह ने खुलासा किया कि गैराज में चोरी की गाडि़यों पर चेचिस नम्बर और इंजन नम्बर लगाया जाता था। आमतौर से यह नम्बर वैसे वाहनों के होते थे जिनका एक्सिडेंट हो जाता था और इंश्योरेंट कंपनी उसे वापस ले लेती थी। इंश्योरेंस कंपनी के स्टाफ से मिलकर इन नम्बरों को लिया जाता था और दलालों की मदद से ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट से कागजात बनवाए जाते थे। एक डेढ़ साल के चोरी किए वाहनों पर नए कागजात जबकि तीन चार साल पुरानी गाडि़यों को काटकर उनका इंजन बेच दिया जाता था

ड्राइवर को 8 हजार, उड़ाने वाले को भ्0 हजार

यहां एक कंपनी की तरह काम होता था। कई एक्सपर्ट ड्राइवर भी रखे गए हैं जिन्हें चोरी की गाड़ी को मुजफ्फरपुर ले जाने के लिए 8 हजार रुपए दिए जाते थे। जो गाड़ी को चोरी कर पहुंचवा दे उसे भ्0 हजार फिक्स था। गैरेज वाले को ब्0 हजार रुपए दिए जाते थे। कबाड़ी में आराम से इनका माल करीब दो लाख में बिक जाता था। अगर गाड़ी भी बेची तो डेढ लाख मिल जाती थी।

जब उड़े होश तो हुई घेराबंदी

पिछले कुछ दिनों में ही आलमगंज में म्, दीघा में 8, जक्कनपुर में क्क्, कंकड़बाग में ख्क् और पत्रकार नगर में 9 गाडि़यों की चोरियां हुई तो पुलिस के होश उड़ गए। बीते क्राइम मीटिंग में भी वाहन चोरी रोकने पर विशेष ध्यान दिया गया। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी शुरू की और गुप्त सूचना के आधार पर पहले विस्कोमान गोलम्बर के पास से गिरोह के सरगना मो। असलम उर्फ जूही के साथ मुकेश कुमार, विकाश कुमार माली, राजीव कुमार को दबोच लिया गया। इनके पास से दो पिस्टल, चार गोली सहित ख्ब् चाभी और चोरी की बाइक भी बरामद की गई। इनकी निशानेदही पर ही मुजफ्फरपुर में भी रेड की गई जहां से चार लोगों को और पकड़ गया।

इनकी हुई गिरफ्तारी

-मो। असलम उर्फ जूही, सरईया रतनपुरा, गायघाट मुजफ्फरपुर

-मुकेश कुमार, बैरिया पहाड़पुर, कांटी, मुजफ्फरपुर

-विकास कुमार माली , गायघाट , आलमगंज

-राजीव कुमार, गुड़ की मंडी, आलमगंज

-मो। निजाम, मनिहारी, ढोली मुजफ्फरपुर

-मो। इसलाम , आजाद रोड दर्जी टोला ढोली मुजफ्फरपुर

-शशिभूषण मिश्रा, रुन्नी सैदपुर सीतामढ़ी, व‌र्त्तमान-अनुपम कॉम्प्लेक्स सिकन्दरपुर, मुजफ्फरपुर

-कुणाल साव, सुहगी सम्पतचक गौरीचक पटना

ये हुए बरामद

देशी पिस्टल- ख्

गोली- ब्

मोबाइल- 7

चाभी- ख्ब्

बाइक -ख्

इंजन चेचिस नम्बर लिखा टीन का प्लेट-म्

इंजन- म्, स्टेरिंग-क्0, सॉकर- क्0, रिंच क्0

गेयर बाक्स- ख्, टंकी-7 गेट-ब्, साफट-क्0

पटना जिलों के वाहनों के कागजता की कॉपी

Posted By: Inextlive