- सीजेएम कोर्ट में आकर किया समर्पण

- कोर्ट ने 11 जनवरी तक जिला जेल में निरुद्ध किया

- दरोगा ने जेल में खुद के लिए मांगी अलग बैरक

आगरा। थाना सिकंदरा में हिरासत के दौरान हत्या के मामले में इनामी दरोगा अनुज सिरोही ने शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सीजेएम ने उसे 11 जनवरी तक जिला जेल में निरुद्ध किया है। कोर्ट से पुलिस उसे गुपचुप तरीके से हवालात तक ले गई और मीडिया से बचाकर जेल भेज दिया।

दो को पहले भेजा था जेल

सिकंदरा स्थित गैलाना रोड, नरेंद्र एन्क्लेव निवासी राजू गुप्ता को चोरी के आरोप में पुलिस ने पकड़ा था। उसकी सिकंदरा थाने में मौत हो गई थी। राजू की मां रेनू लता ने पड़ोसी अंशुल प्रताप, विवेक और पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस की जांच में बुलंदशहर के फतेहपुर निवासी दरोगा अनुज सिरोही का नाम उजागर हुआ। पुलिस विवेक और अंशुल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

सादा कपड़ों में किया समर्पण

एसआई अनुज सिरोही की अरैस्टिंग न होने से पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। पुलिस पर दरोगा की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगा था। उस पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे अनुज सिरोही सादा कपड़ों में वकील के साथ सीजेएम कोर्ट में पहुंचा। समर्पण को प्रार्थना पत्र दिया। सीजेएम सर्वजीत सिंह ने दरोगा को 11 जनवरी तक के लिए जेल भेजने के आदेश दे दिए।

अलग बैरक में मांगी जगह

दरोगा ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया कि वह कई अपराधियों को जेल भेज चुका है। उसे जेल में उन अपराधियों से जान का खतरा सता रहा है। उसने प्रार्थनापत्र में खतरे को देखते हुए सुरक्षा के साथ अलग बैरक में रखे जाने का निवेदन किया है। न्यायालय ने दारोगा के इस प्रार्थना पत्र पर जेल अधीक्षक को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दे दिए। कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद पुलिस दरोगा को गुपचुप तरीके से दीवानी की हवालात में पहुंचा दिया। पुलिस ने मीडिया की नजर से उसे बचाकर जेल भेज दिया।

बॉक्स

पहले समर्पण नहीं किया था

दरोगा अनुज सिरोही ने पूर्व में कोर्ट में समर्पण प्रार्थनापत्र दिया था, लेकिन वह नहीं आया। कोर्ट ने उसका प्रार्थनापत्र खारिज कर दिया। अब फिर से उसने प्रार्थनापत्र देकर समर्पण किया है।

Posted By: Inextlive