RANCHI : 83 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझते हुए वार्ड नंबर नौ के पार्षद सरोज गाड़ी ने दम तोड़ दिया। गुरुवार की सुबह रिम्स में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉक्टर्स ने मौत की वजह ब्रेन डेड बताया। सरोज गाड़ी के मौत की खबर फैलते ही कोकर स्थित उनके आवास पर लोगों की भीड़ जुट गई। हर कोई अपने वार्ड पार्षद की मौत से गमगीन था। घर में मां, पत्नी और बच्चे समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

मेयर, डिप्टी मेयर पहुंचे आवास

पार्षद सरोज गाड़ी के निधन की जानकारी मिलने के बाद मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त प्रशांत कुमार और उप नगर आयुक्त ओम प्रकाश शाह समेत पार्षद व नगर निगम के कर्मचारी उनके आवास पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दिया। नगर निगम ऑफिस में भी शोकसभा आयोजित कर सरोज गाड़ी को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद ऑफिस में कामकाज बंद कर दिया गया। सरोज गाड़ी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है, लेकिन उसके इलाज पर 47 लाख 84 हजार रुपए खर्च हो गए। इस वजह से सरोज के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है.सरोज गाड़ी के पांच भाई और तीन बच्चे हैं। सबसे बड़े भाई का निधन कई साल पहले हो चुका था। ऐसे में परिवार के मुखिया सरोज गाड़ी ही थे।

11 जून को रोड एक्सीडेंट में हुए थे घायल

1 जून को मांडर थाना एरिया के ब्रांबे मे सरोज गाड़ी रोड एक्सीडेंट में गंभीर रुप से घायल हो गए थे उनकी महिन्द्रा एक्सयूवी कार की एक ट्रक से टक्कर हो गई थी। इस हादसे में कार ड्राइव कर रहे अनूप की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि गंभीर हालत में पार्षद सरोज गाड़ी को मेडिका हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। यहां से कुछ दिनों के बाद उन्हें रिम्स ले जाया गया था।

दूसरी बार बने थे पार्षद

सरोज गाड़ी कोकर का एक पॉपुलर चेहरा था। मिलनसार स्वभाव वाले सरोज हर किसी के दुख-दर्द में शामिल होते थे। कोशिश होती थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की समस्याओं व शिकायतों को दूर कर सकें। वार्ड नंबर-9 से वे दूसरी बार पार्षद चुने गए थे।

स्पैरो टेक ने बच्चों की पढ़ाई का लिया जिम्मा

रांची नगर निगम क्षेत्र में रेवन्यू कलेक्शन का काम करने वाली कंपनी स्पैरो टैक ने सोशल कॉरपोरेट रिस्पांसबिलिटी के तहत मृतक वार्ड नंबर-9 के पार्षद सरोज गाड़ी के तीनों बच्चों का 12वीं तक का स्कूल फीस देने की घोषणा की। यह घोषणा गुरुवार को कंपनी के अधिकारियों ने किया।

Posted By: Inextlive