बिष्टुपुर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल की 12वीं की स्टूडेंट प्रीति नायडू की सुसाईड का मामला अब तूल पकडऩे लगा है. प्रीति के क्लासमेट्स व स्कूल के दूसरे स्टूडेंट्स इसे सुसाईड नहीं मर्डर बता रहे है

स्टूडेंट्स एडमिनिस्ट्रेशन व पुलिस से इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैैं। इधर, जब आई नेक्स्ट ने अपने स्तर से पड़ताल करने की कोशिश की, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। आई नेक्स्ट के सामने प्रीति के कुछ फ्रेंड्स ने नाम न छापने की शर्त पर कई चौंकाने वाले खुलासे किए। यह भी पता चला कि प्रीति अगले साल 18 साल के होते ही करोड़ों रुपए के प्रोपर्टी की मालकीन बन जाती। इस मामले में उसके पिता से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। फ्रेंड्स के मुताबिक प्रीती बिजनेस इंटरप्रेन्योर बनना चाहती थी और वह तनिक भी डिप्रेशड नजर नहीं आ रही थी।
प्रीति के बारे में
प्रीति की हाईट 5 फुट 1 इंच थी
    उसके कमरे की रूफ की हाइट 11 फूट है
    जिस बेड से उसके सुसाईड करने की बात कही जा रही उसकी हाईट 1.5 फुट है।
    जिस कमरे में उसने सुसाईड किया, उसका दरवाजा खुला था।
    प्रीति 23 दिसंबर को फ्रेंड्स के साथ पिकनिक गई थी।
    इवनिंग 5.30 बजे स्कूल बस ने उसे घर छोड़ा था।
    घटना के दूसरे दिन फ्रेंड्स से फेसबुक पर की थी चैटिंग
    इसके बाद तैयार कर रही थी केमिस्ट्री प्रोजेक्ट
    फ्रेंड्स के मुताबिक प्रीति स्ट्रांग विल पावर वाली लडक़ी थी।
    प्रीति को 2 साल की उम्र में किया गया था एडॉप्ट
 
करोड़ों की मालकिन बन जाती प्रीति
प्रीति के फ्रेंड्स का कहना था कि वह करोडों़ रुपए के प्रोपर्टी की मालकिन थी। प्रीति की मां ने मरने से पहले सारी प्रापर्टी प्रीति के नाम कर दी थी, जो उसके बालिग होने यानी 18 साल की एज के होने पर उसे मिल जाती। प्रीति का 17 वां साल चल रहा था और अगले साल सारी प्रोपर्टी उसके नाम हो जाती। प्रीति के फ्रेंड्स प्रीति की डेथ को प्रोपर्टी राइट का मामला बता रहे हैैं। वे गंभीरता से पूरे मामले की जांच की मांग कर रहे हैैं।

देर से घर लौटने पर मिली  थी फटकार
डीएवी बिष्टुपुर की बारहवीं की स्टूडेंट प्रीति नायडू 23 दिसंबर को अपने फ्रेंड्स के साथ पिकनिक के लिए गई थी। प्रीती के पिता के रंगाराव का कहना है कि वहां से उसके लौटने में देर होने के कारण उन्होंने उसे फटकार लगाई थी। इसके बाद उसने अपने घर में साड़ी का फंदा बनाकर सीलिंग फैन से लटक कर सुसाईड कर लिया। पुलिस भी इसे अस्वभाविक मौत का मामला मानकर चल रही है। हालांकि प्रीति ने कोई सुसाईड नोट नहीं छोड़ा है।

प्रीति के लिए गांठ बांधना  नहीं था possible
जिस साड़ी से प्रीति ने फांसी लगाई,  वह साड़ी मेड की बताई जा रही है.मेड उसके घर में 25 वर्षों से काम कर रहे चंद्रशेखर नामक व्यक्ति की पत्नी है। सिलिंग फैन में बंाधी गई गांठ को गौर से देखने पर पता चलता है कि ऐसी गांठ बांधना शायद प्रीति के लिए संभव न हो.   गांठ काफी टाइट थी, जिसे खोलने में पुलिस को भी प्रॉब्लम हुई थी।

मेड की साड़ी क्यों की इस्तेमाल
सुसाइड करने के लिए प्रीति ने मेड की ही साड़ी का क्यों इस्तेमाल किया, जबकि वो इसके लिए खुद का दुप्ट्टïा भी यूज कर सकती थी। ऐसे में उसे मेड की साड़ी यूज करने की क्या जरूरत थी।

Normal  थी प्रीति
23 दिसंबर की इवनिंग में उसे फटकार लगाने की बात कही जा रही है, लेकिन उस रात उसे गुस्सा नहीं आया। दूसरे दिन दोपहर लगभग 12 बजे तक वह नॉर्मल थी। वह पढ़ाई कर रही थी। इसका पता तब चला जब उसकी एक फ्रेंंड ने उसे कॉल किया। उक्त फ्रेंड ने नाम डिस्क्लोज न करने की शर्त पर बताया कि प्रीति ने उससे कहा कि वह अपना प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। ट्यूजडे को स्कूल आएगी और अपना प्रोजेक्ट जमा कर देगी। प्रीति केमिस्ट्री का प्रोजेक्ट तैयार कर रही थी। इससे पहले उसकी अपने फ्रेंड्स के साथ फेसबुक पर भी बात हुई थी।

30 मिनट में क्या हुआ कि प्रीति ने किया suicide?
इस बीच उसे अचानक क्या हुआ कि उसने सुसाईड कर लिया, यह अब भी सवाल बना हुआ है। प्रीति ने फेसबुक पर चैट व पढ़ाई लगभग 11.40 से 12 बजे तक की थी, जो उसके फ्रेंड्स से हुई बातचीत से पता चलता है। 24 दिसंबर को दिन के लगभग 12 से साढ़े 12 बजे तक सुसाईड करने की बात कही जा रही है। ऐसे में  स्टूडेंट्स जानना चाहते हैैं कि आखिर 30 मिनट में ऐसा क्या हुआ था कि प्रीति ने सुसाईड कर लिया।

Friends कह रहे suicide  नहीं murder  है
प्रीति के फ्रेंड्स का कहना है कि प्रीति काफी स्ट्रांग स्टूडेंट थी और वह सुसाईड करने के बारे में सोच भी नहीं सकती। उनका कहना है कि फटकार के बाद उसके सुसाईड करने की बात पूरी तरह गलत है। उन्होंने मामले में पुलिस से भी मुलाकात की व जांच की भी मांग की। उनका कहना था कि वे जानना चाहते हैैं कि

आखिर प्रीति की मौत का कारण क्या है?

प्रीति के मां की death भी थी mysterious
लगभग एक साल पहले प्रीति की मां की डेथ हो गई थी। उस वक्त इस बात की चर्चा भी हुई थी कि उसकी मां की डेथ प्वायजन खाने से हुई थी। हालांकि बाद में यह बात भी सामने आयी कि उनकी डेथ हर्ट अटैक से हुई थी। प्रीति के फ्रेंड्स उसकी मांग की डेथ को भी मिस्ट्रीयस बताते हैैं।

पुलिस ने भी बदली अपनी सोच
अब तक पुलिस यह मानकर चल रही थी कि उसके पिता ने केस किया है, तो यह मामल सुसाईड का ही होगा। इधर, प्रीति के फ्रेंड्स ने साइलेंट मार्च निकालकर पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों से मुलाकात की, तो पुलिस को अपनी सोच बदलनी पड़ी। अब पुलिस इस मामले की तहकीकात करने जा रही है।

प्रीति के friends ने  जो सवाल उठाए

    उसके फ्रेंड्स कहते हैैं कि जिस बेड पर चढ़ कर प्रीति के सुसाईड करने की बात कही जा रही है, वह दिवार से सटा हुआ था।
    वह इतना भारी है कि उसे वहां से खिसकाना एक आदमी के बस की बात नहीं।

फिर प्रीति ने अकेले ऐसा कैसे कर लिया?
    बेड पर फोम का गद्दा था, उसपर टेबुल या कुर्सी टिकाने में प्रॉब्लम होती।
    प्रीति की हाईट कम थी, जिससे सुसाईड के लिए सीलिंग तक पहुंचना उसके लिए मुश्किल था।
    पहले प्रीति के फादर ने कहा था कि उसने मां की साड़ी से सुसाईड किया, फिर बाद में कहा कि वह मेड की साड़ी थी।
    उसके पिता के बयान पर भी उठाया सवाल कहा कि कभी वे कहते हैैं कि ऑफिस गए थे, कभी कहते हैैं कि घर के दूसरे कमरे में थे।
    प्रीति के पिता ऑफिस जाते थे तो डोर लॉक कर जाते थे, फिर उस दिन कैसे खुला हुआ था।
    मेड की 8 साल की बेटी कहती है कि ब्लू टेबल से किया सुसाईड
    मेड कहती है रेड चेयर पर चढक़र किया सुसाईड।
प्रीति की इच्छा
पिकनिक वाले दिन अपने फ्रेंड्स से कहा था कि अब मस्ती खत्म प्री बोर्ड की तैयारी करनी है।
10 जनवरी से उसका प्री बोर्ड एग्जाम था।
उसकी इच्छा पापा का बिजनेस सम्हालने की थी।
Students ने निकाला silent march

इस पूरे मामले को लेकर मंडे को डीएवी बिष्टुपुर के स्टूडेंट्स व प्रीति के क्लास फ्रेंड्स ने स्कूल से लेकर डीसी ऑफिस तक साइलेंट मार्च निकाला। वे लोग पैदल ही डीसी ऑफिस पहुंचे। उनके साथ उनके पैरेंट्स भी थे। स्टूडेंट्स ने यहां प्रीति के डेथ की एन्क्वॉयरी की डिमांड की व सभी स्टूडेंट्स द्वारा साइन किए गए लेटर की कॉपी भी सौंपी। इसके बाद उन्होंने एएसपी राजीव रंजन से भी मुलाकात की व सारी बातों से उन्हें अवगत कराते हुए मामले की एन्क्वॉयरी की मांग की। फ्रेंडस ने एएसपी से कहा कि वे अपनी फ्रेंड की डेथ का रीजन जानना चाहते हैैं।

प्रोपर्टी उसके नाम से थी, इसलिए उसके द्वारा सुसाईड करने की बात समझ में नहीं आती। आज उसके दोस्तों ने भी एसएसपी साहब से मुलाकात की थी। हम उसके विल को देखेंगे व उसके घर के लोगों से बातचीत की जाएगी।
अरुण मिश्रा, थाना प्रभारी, मानगो पुलिस स्टेशन
फादर ने ही मामले में केस किया था, इसलिए शक की गुंजाइश नहीं बन रही थी। अब जब स्टूडेंट्स ने संभावना जताई है व मामले में जांच की मांग की है, तो इस मामले की जांच की जाएगी। इसके बाद ही पता चल सकेगा कि सच्चाई क्या है।
राजीव रंजन सिंह, एएसपी

Posted By: Inextlive