RANCHI: फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। गणेशोत्सव के बाद दुर्गा पूजा तैयारियां भी तेज हो गई हैं। इसके बावजूद शहर में सफाई ठप है। जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है। अगर जल्द ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जाती है तो कचरे के ढेर पर ही राजधानी के लोग दुर्गा पूजा करने को मजबूर होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि शहर में कचरे का उठाव नहीं होने के बावजूद रांची नगर निगम के अधिकारियों की नींद क्यों नहीं खुल रही है। जबकि नगर आयुक्त ने पदभार संभालते ही एजेंसी को 15 दिनों में सफाई दुरुस्त करने का अल्टीमेटम दिया था।

अधिकारियों की भी नहीं सुनती एजेंसी

शहर के विभिन्न इलाकों में रांची नगर निगम के अधिकारी भी रहते हैं। वीआईपी इलाका होने के बावजूद उनके घरों से भी कचरा नहीं उठाया जा रहा है। इसे लेकर अधिकारियों ने रांची नगर निगम के प्रभारी को भी सूचना दी। लेकिन उनकी भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। अब उनके सामने स्थिति यह है कि घरों में कचरा पड़ा रहा तो महामारी का डर सता रहा है।

पूर्व नगर आयुक्त ने लगाया था फाइन

कचरा नहीं उठाने पर एक महीने पहले एजेंसी पर कार्रवाई की जा रही थी। वहीं एमटीएस के संचालक पर पूर्व नगर आयुक्त डॉ। शांतनु कुमार अग्रहरि ने फाइन भी लगाया था। ताकि वेस्ट कलेक्शन को रेगुलर किया जाए। लेकिन उनके जाते ही एजेंसी की चांदी हो गई। शहर में कचरे का अंबार लगा है और एमटीएस से भी कचरा नहीं भेजा जा रहा है।

एजेंसी की लापरवाही, भुगत रहे सुपरवाइजर

हर वार्ड में मॉनिटरिंग के लिए सुपरवाइजरों को रखा गया है। जिन्हें वार्ड में सफाई से लेकर चल रहे अन्य कार्यो की जानकारी रांची नगर निगम को देनी है। लेकिन एजेंसी कचरा उठा ही नहीं रही है। अब सफाई नहीं होने का खामियाजा सुपरवाइजर भुगत रहे हैं। कचरा नहीं उठाए जाने पर उनका पेमेंट काटा जा रहा है।

वर्जन

एजेंसी को रेगुलर सफाई करने को कहा गया है। इसके बावजूद एजेंसी कचरा नहीं उठा रही है। एजेंसी के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई गई है। इसके बाद उनपर कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

संदीप कुमार, इंचार्ज, हेल्थ सेक्शन, आरएमसी

Posted By: Inextlive