क्‍या होता अगर हमारा देश 1947 में आजाद न हुआ होता। हमारा देश 2015 में कितना अलग होता अगर आज भी यहां अंग्रेजों का शासन होता। यही सार है हाल ही में रिलीज हुई शॉर्ट फ‍िल्‍म 'जय हिंद' का। फ‍िल्‍म में बतौर मुख्‍य कलाकार नजर आए हैं बॉलीवुड एक्‍टर मनोज बाजपेयी और रवीना टंडन। 6 मिनट लंबी ये इस शॉर्ट फ‍िल्‍म को OYO रूम्‍स के सौजन्‍य से यू-ट्यूब पर रिलीज किया गया है।

ऐसे शुरू होती है कहानी
बताया जा रहा है कि फ‍िल्‍म सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे आजादी4मी नाम के एक अभियान का हिस्‍सा है। फ‍िल्‍म के बारे में बात करें तो इसमें कहानी है एक मध्‍यमवर्गीय परिवार के जोड़े की। ये जोड़ा है रवीना टंडन और मनोज बाजपेयी का। 2015 के भारत में दोनों टू-व्‍हीलर पर जा रहे हैं कहीं बाहर डिनर करने के लिए। जैसा कि दोनों ड्राइविंग के समय आपस में अपने प्‍लान्‍स के बारे में बात करते हुए चले जा रहे हैं, इतने में एक कार इनको जोरदार टक्‍कर मार देती है। इस कार को एक विदेशी चला रहा है। खून से लथपथ इस जोड़े की मदद करने से इंकार करते हुए वो विदेशी इन्‍हें ब्‍लडी इंडियंस कहकर वहां से निकल जाता है। कुछ ही देर में ढेर सारे लोगों की भीड़ उनको घेर लेती है, लेकिन सब सिर्फ देखते ही रहते हैं।   
यहां भी मिली निराशा
ये सब देख आखिर में मनोज बाजपेयी खुद रवीना को किसी तरह उठाकर रेस्‍तरां तक ले जाता है। यहां भी रेस्‍तरां के बाहर लिखा हुआ है इंडियंस एंड डॉग्‍स नॉट अलाउड। आखिरकार यहां से भी उन्‍हें धक्‍के मारके बाहर निकाल दिया जाता है। जी हां, शायद 1947 से पहले के भारत में यही होता होगा। फ‍िल्‍म को खास स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर रिलीज करने का आइडिया काफी अच्‍छा रहा।

जबरदस्‍त है एक्टिंग
फ‍िल्‍म में विदेशी की भूमिका में साइड एक्‍टर और मुख्‍य कलाकारों ने भी जबरदस्‍त अभिनय किया है। मनोज बाजपेयी और रवीना टंडन इससे पहले भी बेहतरीन एक्टिंग कर चुके हैं। वहीं इस फ‍िल्‍म में भी दोनों का अभिनय जबरदस्‍त है। कुल मिलाकर फ‍िल्‍म दर्शकों को ये संदेश देती नजर आ रही है कि भारत को आजाद कराने में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया है, वो वाकई बहुत ज्‍यादा कीमती है। हमें इतनी मेहनत से मिली आजादी का दिल से सम्‍मान करना चाहिए।

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