लम्बे समय तक बैठकर टीवी देखने से डायबिटीज़ का ख़तरा शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग लम्बे समय तक बैठे टेलीविज़न देखते रहते हैं उनमें डायबिटीज़ और हृदय रोग का ख़तरा बढ़ जाता है.इस शोध में पाया गया कि हर दो घंटे अधिक टीवी के सामने बैठने से मधुमेह रोग का ख़तरा 20 प्रतिशत और हृदय रोग का ख़तरा 15 प्रतिशत बढ़ता है.


टीवी बंद करके कुछ मेहनत का काम करने से एक हज़ार में से दो लोग इन बीमारियों से बच सकते हैं. हार्वर्ड स्कूल ऑफ़ पब्लिक हैल्थ के प्रोफ़ैसर फ़्रैंक हू कहते हैं, "संदेश बड़ा सीधा सा है. टीवी देखना कम करने से टाइप टू डायबिटीज़, हृदय रोग और जल्दी मौत का ख़तरा घटता है". शोधकर्ताओं का कहना है कि टीवी देखना अपने आप में कोई समस्या नहीं है लेकिन जो लोग घंटो टीवी के आगे बैठे रहते हैं उनकी जीवन शैली आमतौर पर निष्क्रिय होती है इसलिए उनके मोटे होने की संभावना भी बढ़ जाती है.समय से पहले मौत
शोधकर्ता कहते हैं कि टीवी देखने जैसी अन्य गतिविधियों का भी समान असर होता है जैसे कम्प्यूटर पर गेम्स खेलना या इंटरनेट देखना. उन्होने आठ बड़े शोधों के निष्कर्षों की जांच की जिनमें 175,000 लोग शामिल किए गए थे और देखा कि टीवी देखने से कौन सी बीमारियां जुड़ी हुई हैं. उन्होने पाया कि जो लोग दो घंटे प्रतिदिन से अधिक देर तक टीवी देखते हैं उन्हे टाइप टू डायबिटीज़ और हृदय रोग का ख़तरा बढ़ जाता है और तीन घंटे प्रतिदिन से अधिक टीवी देखने से समय से पहले मृत्यु का ख़तरा बढ़ता है. अनुसंधानकर्ताओ का अनुमान है कि हर दो घंटे अधिक टीवी देखने से एक लाख में से 38 लोगों के दिल की बीमारी से मरने और 176 लोगों के डायबिटीज़ विकसित करने का ख़तरा बढ़ता है.

डायबिटीज़ यूके के डॉ इयन फ्रेम का कहना है कि इस शोध से लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए कि निष्क्रिय जीवन शैली के क्या ख़तरे हैं.इस बात के प्रमाण हैं कि अगर व्यक्ति शारीरिक रूप से सक्रिय रहे तो उसके टाइप टू डायबिटीज़ विकसित करने का ख़तरा 60 प्रतिशत कम हो जाता है. ब्रिटिश हार्ट फ़ाउंडेशन की मौरीन टैल्बट ने कहा, "चाहे अनचाहे हम सभी की शामें टेलीविज़न के सामने सोफ़े पर बैठे हुए क्रिस्प और बिस्कुट खाते और मीठे पेय पदार्थ या शराब पीते बीतती हैं. लेकिन ये बहुत ज़रूरी है कि ये हमारी रोज़ की दिनचर्या न बनने पाए". "हमें ये तय करना चाहिए कि हम टीवी देखने में कितना समय बिताएंगे और हमें अधिक शारीरिक गतिविधियां करनी चाहिए".मौरीन टैल्बट कहती हैं, "हमें अपने दिल को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हफ़्ते में कम से कम पांच बार 30 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए. इसलिए क्यों न दफ़्तर से लौटते हुए टहला जाए, किसी खेल की टीम में शामिल हों या थोड़ी बहुत बाग़बानी की जाए. ये टेलीविज़न के सामने बुत बनकर बैठे रहने से तो बेहतर होगा".शोधकर्ताओं के अनुसार यूरोपीय देशों के लोग तीन से चार घंटे प्रतिदिन टीवी के सामने बिताते हैं और अमरीकी औसतन पांच घंटे.

Posted By: Bbc Hindi