बोदला चौराहा मेन राइजिंग पाइपलाइन की नहीं शुरू हो सकी मरम्मत

मेयर ने निरीक्षण कर अफसरों को दिए थे निर्देश, अब जारी हुआ 46.04 लाख का टेंडर

आगरा. बोदला चौराहे पर 1100 एमएम की मेन राइजिंग पाइपलाइन की मरम्मत का काम 12 दिन बाद भी शुरू नहीं हो सका है. इसके चलते बोदला समेत बड़े एरिया में पेयजल संकट बढ़ता ही जा रहा है. शुरुआत में मेयर नवीन जैन ने मौके की स्थिति का निरीक्षण कर चार दिन में पाइपलाइन को बदलने के निर्देश जलकल के अधिकारियों को दिए थे. हालांकि अफसरों ने सात दिन में काम पूरा होने की बात कही थी, लेकिन 12 दिन गुजर जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हो सका है.

अब जारी हुआ 46.04 लाख का ई-टेंडर

12 दिनों की माथापच्ची के बाद जलकल विभाग द्वारा बोदला चौराहे की 1100 एमएम की मेन राइजिंग पाइपलाइन के मरम्मत और बदलने का ई-टेंडर जारी किया जा सका है. इस पाइपलान की मरम्मत के लिए 46.04 लाख का ई-टेंडर जारी हुआ है. सूत्रों के अनुसार पहले बोदला चौराहे की मरम्मत का काम 4.46 लाख में प्रस्तावित किया गया था. इस बारे में जीएम जलकल आरएस यादव ने बताया कि ये प्रपोजल अलग है. 4.46 लाख का प्रपोजल भोगीपुरा पुलिस चौकी के पास पाइपलाइन को मरम्मत करने का था. उन्होंने बताया कि मेन राइजिंग को चौराहे से 20 मी. तक शिफ्ट किया जाना है.

एक सप्ताह में खुलेगा टेंडर

तकरीबन एक सप्ताह में ई-टेंडर खुलेगा. टेंडर अवार्ड होने के बाद कार्य शुरू हो पाएगा. ऐसे में इस पाइपलाइन की मरम्मत शुरू होने में अभी एक सप्ताह से ज्यादा का समय लग जाएगा. काम शुरू होने के बाद एक सप्ताह में मेन राइजिंग की मरम्मत और शिफ्टिंग का काम पूरा हो पाएगा. ऐसा जलकल के अफसरों का मानना है.

तीन स्थानों से बाल्व किए गए हैं बंद

बोदला चौराहे की मेन राइजिंग फटने से बोदला, केदार नगर, रामनगर, पृथ्वीनाथ फाटक, भोगीपुरा आदि स्थानों पर पेयजल संकट खड़ा हो गया है. जलकल के अफसरों ने बताया कि भोगीपुरा चौराहा वाल्व, बोदला समेत तीन स्थानों से वाल्व बंद किया गया है. इसके चलते केदार नगर आदि क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति में दिक्कत आ रही है. हालांकि सिकंदरा वाटर व‌र्क्स से उतनी ही पानी की आपूर्ति की जा रही है. बता दें कि सिकंदरा वाटर व‌र्क्स पर 288 एमएलडी पानी की उपलब्धता है.

नाले में बह रहा गंगाजल

करोड़ों खर्च होने के बाद भी शहर को अभी गंगाजल मुहैया नहीं हो पा रहा है, लेकिन नाले में जरूर बह रहा है. मेन राइजिंग पाइपलाइन जर्जर होने के कारण पानी सड़क और नालों में बह रहा है. शहर को पालड़ा बुलन्दशहर से 288 एमएलडी गंगाजल मिल रहा है, लेकिन सिकंदरा के 144 एमएलडी प्लांट से कुछ स्थानों पर आपूर्ति का दावा जलकल के अफसरों का है. हालांकि अभी तक जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स से कनैक्टिविटी न होने के कारण आधे से ज्यादा शहर में गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स प्लांट के मेन फीडर के लिए एनएचएआई से अभी तक अनुमति नहीं मिल सकी है.

तीन चरणों में होना था गंगाजल का वितरण

गंगाजल का वितरण तीन चरणों में किया जाना था. इसमें पहले चरण में घटवासन, ट्रांसयमुना, छत्ता जोन, हरीपर्वत, माईथान, और कोतवाली था. इसमें 82748 आवासों में 10 हजार कनैक्शन किए जाने थे. वहीं दूसरे चरण में स्वामी बाग, दयालबाग, खंदारी, सिकंदरा, वार्ड 20 फ्रीगंज, घटिया आजम खां, बेलनगंज, नूरी दरवाजा, अलबतिया, प्रकाश नगर यमुना पार आदि क्षेत्रों में आपूर्ति की जानी थी. तीसरे चरण में सिकंदरा, बोदला, शाहगंज, रामबाग, बुन्दू कटरा, में आपूर्ति की जानी थी. जो अभी तक शुरु नहीं हो सकी है.

Posted By: Vintee Sharma