-बरसात में बढ़ जाती है बागबेड़ा इलाके के लोगों की चिंता

-निचले इलाकों में अक्सर भर जाता है पानी

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल बरसात के चार महीने कैसे गुजरते हैं, बता नहीं सकते, हर वक्त चिंता बनती रहती है। घर में पानी भरने की वजह से कब बेघर होना पड़ जाए कहा नहीं जा सकता। यह कहना है बागबेड़ा नया बस्ती के रहने वाले अनंत साह का। बरसात के मौसम में इलाके में रहने वाले दूसरे लोगों के दिन और रातें भी कुछ ऐसी ही चिंता में गुजरती है। बरसात के मौसम में बागबेड़ा के निचले इलाकों में लगभग हर साल पानी भरता है। कई बार तो स्थिति बिल्कुल बाढ़ जैसी हो जाती है।

हमेशा रहना पड़ता है रेडी

बरसात के मौसम में बागबेड़ा के कई इलाके वाटर लॉगिंग की समस्या से जूझते है। नया बस्ती, सीपी टोला जैसे इलाकों में तो स्थिति और भी बदतर हो जाती है। खरकई नदी का वाटर लेवल बढ़ने पर नाले से होता हुआ पानी बागबेड़ा के निचले इलाकों में पहुंचने लगता है और रही-सही कसर खराब सीवेज और ड्रेनेज सिस्टम पूरा कर देती है। नया बस्ती के रहने वाले मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पिछली बार घर में पानी भरने की वजह से चार बार घर छोड़कर जाना पड़ा था। अनंत सिंह ने कहा कि नदी में पानी बढ़ने से कई बार आठ से दस फुट तक पानी भर जाता है।

होती है परेशानी

बरसात के मौसम में भरने वाला पानी सीपी टोला की रहने वाली प्रमिला को काफी महंगा पड़ा है। प्रमिला ने बताया कि बरसात होने पर कई-कई दिनों तक पानी भरा रहता है। पानी और गंदगी की वजह से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। पिछले साल उन्हें मलेरिया और टायफायड हुआ था, जिसके इलाज में काफी पैसे खर्च हुए। उन्होंने कहा कि लगभग हर साल बरसात के मौसम में वो बीमार होती है। इलाज में अब तक करीब दो लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। कुछ ऐसी ही परेशानी इलाके के दूसरे लोग भी झेलते हैं।

क्या हो व्यवस्था

लोगों ने बताया नदी पर चेकडैम बनाकर पानी आने से रोका जाए और ज्यादा पानी बढ़ने पर नाले का पानी मोटर के जरिए नदी में डालने की व्यवस्था की जाए, तो इस समस्या से राहत मिल सकती है, लेकिन अभी तक ऐसा कोई प्रयास धरातल पर नहीं उतरा है। लंबे समय से चेकडैम बनाने का काम चल रहा है, लेकिन अभी तक यह कंप्लीट नहीं हुआ है।

और बढ़ गई परेशानी

सीपी टोला बाल्टी फैक्टरी के पास पक्की सड़क बनाई गई है, लेकिन यह सड़क लोगों के लिए सुविधा के बजाय परेशानी दे रही है। सीपी टोला के दिलीप सिंह ने बताया की सड़क बनने से पहले बरसात का पानी आसानी से निकल जाता था, लेकिन सही तरीके से रोड नहीं बनाए जाने की वजह पानी निकलने में दिक्कत होती है। मिथिलेश कुमार ने बताया कि रोड बनने के बाद उनकी परेशानी और भी बढ़ गई है, हर वक्त उनके घर के सामने पानी जमा रहता है। सीपी टोला के रहने वाले अन्य कई लोगो ने भी कुछ इसी तरह की परेशानी की बात कही।

बरसात का मौसम टेंशन में गुजरता है। घर में कब पानी भर जाए इस बात का हमेशा डर लगा रहता है। पिछले साल तो पानी भरने की वजह से चार बार घर छोड़कर जाना पड़ा था।

-अनंत साह, नया बस्ती

पहले तो कभी-कभी पानी भरता था, लेकिन अब तो हर साल बरसात के मौसम में बाढ़ जैसी स्थिति हो जाती है। यह परेशानी बढ़ती ही जा रही है।

-मनोज कुमार सिंह, नया बस्ती

बरसात के मौसम में यहां रहना मुश्किल हो जाता है। पानी भरने की चिंता हमेशा सताती रहती है।

-राजेश कुमार, नया बस्ती

बरसात के मौसम में हर इलाके में पानी घुस जाता है। थोड़ी देर भी बारिश हो जाए, तो पानी घर में घुसने लगता है।

-कुंदन कुमार, सीपी टोला

बरसात होने पर तो हमारी परेशानी काफी बढ़ जाती है। पानी भरने पर घर से निकलना मुश्किल हो जाता है।

-दिलीप सिंह, सीपी टोला

बरसात में काफी दिक्कत होती है। चारों तरफ से नाले का पानी इधर आता है। कई बार तो घर में पानी घुस जाता है।

-अभिनंदन कुमार, सीपी टोला

बरसात में अक्सर बीमारियां फैलती हैं। मुझे भी कई बार मलेरिया, टायफायड हुआ है। ट्रीटमेंट पर करीब दो लाख रुपए खर्च हो चुके हैं।

-प्रमिला देवी, सीपी टोला

बरसात में काफी परेशानी होती है। मेरे घर के सामने हमेशा पानी जमा रहता है। बच्चों का निकलना तो मुश्किल होता ही है, बड़े लोगों के लिए भी दिक्कत होती है।

मिथिलेश कुमार, सीपी टोला

ज्यादा बारिश होने पर नाले का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुसने लगता है। बरसात के मौसम में काफी परेशानी होती है।

-दयानंद ठाकुर, शिव नगर

Posted By: Inextlive