- जलस्रोत सूखने से मैंद्रथ पंचायत के छह सौ से अधिक ग्रामीणों की बढ़ी परेशानी

- डेढ़ किमी दूर गदेरे से पानी ढ़ोने को मजबूर ग्रामीण

TYUNI: जलस्रोत सूखने से मैंद्रथ पंचायत में छह सौ से अधिक ग्रामीण आबादी पेयजल समस्या से जूझ रही है। पेयजल समस्या के कारण ग्रामीणों को डेढ़ किमी दूर गदरे व टौंस नदी से पानी ढ़ोना पड़ रहा है। ग्रामप्रधान ने स्थानीय प्रशासन व जल संस्थान अधिकारियों से टैंकर से जलापूर्ति करने की मांग की है।

पेयजल समस्या से ग्रामीण त्रस्त

जौनसार-बावर के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट के कारण ग्रामीण परेशान हैं। पेयजल समस्या से त्रस्त मैंद्रथ पंचायत की छह सौ से ज्यादा की ग्रामीण आबादी हफ्तेभर से बूंद-बूंद पानी को तरस रही है। जलस्रोत सूखने से गांव के लिए बनी दो पेयजल लाइनों के नल सूखे गए हैं। हफ्तेभर से इन नलों में पानी नहीं आया है। ग्राम प्रधान सुनिता देवी, स्याणा मोहनलाल सेमवाल, कुंवर सिंह, मेहरचंद व नीटू आदि ने कहा कि जलस्रोतों पानी की मात्रा घटने से आबादी क्षेत्र में जलापूर्ति प्रभावित है।

टैंकर से जलापूर्ति की मांग

लोगों ने कहा मैंद्रथ में बाशिक महासू व देवलाड़ी माई का प्राचीन मंदिर है, जहां सैकडों श्रद्धालुओं का रोज आना-जाना रहता है। पेयजल समस्या के चलते मंदिर आए श्रद्धालुओं को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। समस्या झेल रहे लोगों को एक से डेढ़ किमी दूर गदरे व टौंस नदी से पीने का पानी ढ़ोना पड़ रहा है। ग्राम प्रधान सुनिता ने स्थानीय प्रशासन व जल संस्थान के अधिकारियों से टैंकर से जलापूर्ति करने की मांग की है। वहीं, तहसीलदार चकराता-त्यूणी डीडी वर्मा ने कहा प्रभावित गांव मैंद्रथ में पेयजल की वैकेल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश जल संस्थान के अवर अभियंता बीएस सजवाण को दे दिए गए हैं।

Posted By: Inextlive