रामबाग में बनेगा वाटरवर्क्स, दूर होगी पानी की किल्लत
- एमएलडी का होगा प्लांट, पानी की दूर होगी किल्लत
- जल निगम तैयार कर रहा है प्लांट का प्रस्ताव, सर्वे शुरू आगरा. ट्रांस यमुना क्षेत्र में पानी की किल्लत को देखते हुए रामबाग में वाटरवर्क्स लगाने की तैयारी चल रही है. जल निगम ने इसका सर्वे शुरू कर दिया है. जल्द प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा. वाटरवर्क्स की क्षमता 100 एमएलडी की होगी.नगर निगम में मंगलवार दोपहर एक बजे गंगाजल प्रोजेक्ट व पेयजल समस्या के निस्तारण को लेकर बैठक हुई. जल निगम के अफसरों ने बताया कि सिकंदरा वाटरवर्क्स को आधी क्षमता (74 एमएलडी) में चलाया जा रहा है. इतना ही एमबीबीआर प्लांट से यमुना जल लिया जा रहा है. पिछले दिनों पानी की क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया गया. पानी का प्रेशर बढ़ने से कई क्षेत्रों में लाइन में लीकेज हो गया. वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर में जो भी पानी की टंकियां बंद पड़ी हैं. उनकी जांच कराई जाएगी. नगरायुक्त अरुण प्रकाश ने बताया कि रामबाग में वाटरवर्क्स बनने से पानी की समस्या दूर हो जाएगी.
दो महीने में पूरा होगा कामअग्रवन से जीवनी मंडी वाटरवर्क्स तक 160 मीटर गंगाजल लाइन बिछाने की एनएचएआई से एनओसी मिल गई है. जल निगम जून से ट्रेंचलेस तकनीक से पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करेगा. ये कार्य जुलाई तक पूरा हो जाएगा. लाइन बिछने से जीवनी मंडी वाटरवर्क्स को हर दिन दो सौ एमएलडी गंगाजल मिलेगा.
शास्त्रीपुरम की पानी की टंकियों की टेस्टिंग का काम पूरा एडीए टीम ने शास्त्रीपुरम स्थित पांच पानी की टंकियों की टेस्टिंग का काम पूरा कर लिया है. अब पाइप लाइन की टेस्टिंग अंतिम चरण में है. अगले माह से गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो सकती है. आवास विकास सेक्टर 16, मंदिर के समीप 1200 एमएम की पानी की पाइप लाइन की मरम्मत इसी सप्ताह से शुरू होगी. बुधवार को जल संस्थान कार्यालय में टेंडर खुलेगा. मंगलवार को मेयर नवीन जैन के आदेश पर 25 लाख रुपये आवंटित किए गए. दो सप्ताह पूर्व 1200 एमएम की पानी की लाइन में लीकेज हो गया था. हर दिन हजारों लीटर गंगाजल बर्बाद हो रहा है. इसके चलते आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति प्रभावित हो रही है.