शास्त्रों में गुरू ग्रह को जीव कहा गया है। जीव मतलब जीवन। जीवन मतलब आयु। गुरुवार को नेल कटिंग और शेविंग करना गुरू ग्रह को कमजोर करता है जिससे जीवन शक्ति दुष्प्रभावित होती है।

गुरुवार धर्म का दिन होता है। ब्रह्मांड में स्थित नौ ग्रहों में से गुरू वजन में सबसे भारी ग्रह है। यही कारण है कि इस दिन हर वो काम जिससे शरीर या घर में हल्कापन आता हो, ऐसे कामों को करने से मना किया जाता है क्योंकि ऐसा करने से गुरू ग्रह हल्का होता है। यानी कि गुरु के प्रभाव में आने वाले कारक तत्वों का प्रभाव हल्का हो जाता है। गुरू धर्म व शिक्षा का कारक ग्रह है। गुरू ग्रह को कमजोर करने से शिक्षा में असफलता मिलती है। साथ ही धार्मिक कार्यों में झुकाव कम होता चला जाता है।
गुरुवार को न करें ये काम
शास्त्रों में गुरुवार को महिलाओं को बाल धोने से इसलिए मनाही की गई है क्योंकि महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति पति का कारक होता है। साथ ही बृहस्पति ही संतान का कारक होता है। इस प्रकार अकेला बृहस्पति ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है। बृहस्पतिवार को सिर धोना बृहस्पति को कमजोर बनाता है जिससे कि बृहस्पति के शुभ प्रभाव में कमी होती है। इसी कारण से इस दिन बाल भी नहीं कटवाना चाहिए, जिसका असर संतान और पति के जीवन पर पड़ता है। उनकी उन्नति बाधित होती है।
गुरुवार को न करें नेल कटिंग और शेविंग भी


शास्त्रों में गुरू ग्रह को जीव कहा गया है। जीव मतलब जीवन। जीवन मतलब आयु। गुरुवार को नेल कटिंग और शेविंग करना गुरू ग्रह को कमजोर करता है, जिससे जीवन शक्ति दुष्प्रभावित होती है। उम्र में से दिन कम करती है।
बृहस्पति को किस तरह कमजोर करते है घर में किए गए ये कार्य
जिस प्रकार से बृहस्पति का प्रभाव शरीर पर रहता है। उसी प्रकार से घर पर भी बृहस्पति का प्रभाव उतना ही अधिक गहरा होता है। वास्तु अनुसार घर में ईशान कोण का स्वामी गुरु होता है। ईशान कोण का संबंध परिवार के नन्हे सदस्यों यानी कि बच्चों से होता है। साथ ही घर के पुत्र—संतान का संबंध भी इसी कोण से होता है। ईशान कोण धर्म और शिक्षा की दिशा है। घर में अधिक वजन वाले कपड़ों को धोना, कबाड़ घर से बाहर निकालना, घर को धोना या पोछा लगाना घर के ईशान कोण को कमजोर करता है। उससे घर के बच्चों, पुत्रों, घर के सदस्यों की शिक्षा, धर्म आदि पर शुभ प्रभाव में कमी आती है।
ये दिन है लक्ष्मी प्राप्ति का


गुरूवार लक्ष्मी नारायण का दिन होता है। इस दिन लक्ष्मी और नारायण का एक साथ पूजन जीवन में खुशियों की अपार वृद्धि कराने वाला होता है। इस दिन लक्ष्मी और नारायण की एक साथ पूजन करने से पति-पत्नी के बीच कभी दूरियां नहीं आती हैं। साथ ही धन की वृद्धि होती है।

रूक सकता है प्रमोशन भी

जन्मकुंडली में गुरू ग्रह के प्रबल होने से उन्नति के रास्ते आसानी से खुलते हैं। यदि गुरू ग्रह को कमजोर करने वाले कार्य किए जाए तो प्रमोशन होने में रुकावटें आती हैं।

ऐसे होती है धन की कमी

किसी भी जन्मकुंडली में दूसरा और ग्यारहवां भाव धन के स्थान होते हैं। गुरू ग्रह इन दोनों ही स्थानों का कारक ग्रह होता है। गुरुवार को गुरू ग्रह को कमजोर किए जाने वाले काम करने से धन की वृद्धि रुक जाती है। धन लाभ की जो भी स्थितियां बन रही हों, उन सभी में रुकावट आने लगती है। सिर धोना, भारी कपड़े धोना, बाल कटवाना, शेविंग करवाना, शरीर के बालों को साफ करना, फेशियल करना, नाखून काटना, घर से मकड़ी के जाले साफ करना, घर के उन कोनों की सफाई करना जिन कोनों की रोज सफाई नहीं की जा सकती हो, ये सभी काम गुरुवार को करना धन हानि का संकेत है।
-ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी

 

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Posted By: Kartikeya Tiwari