लॉर्ड्स टेस्‍ट जीतने के बाद भारतीय क्रिकेटरों ने अपनी खुशी का जमकर इजहार किया लेकिन अगले ही मैच में इंग्‍लैंड से 266 रनों से हारने के बाद भारतीय टीम में दोषारोपण का दौर शुरू हो गया है और कप्‍तान धोनी ने हार का जिम्‍मेदार बल्‍लेबाजी को बताया है.

बल्लेबाजी में नजर आईं कमियां
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंग्लैंड के साथ तीसरे मैच में हारने के बाद टीम इंडिया की परफॉर्मेंस के कई पहलुओं पर विचार किया. धोनी ने टीम की स्ट्रेटजी को चेंज करने जैसे कदमों के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि टीम के बल्लेबाजों को इतनी आसानी से आउट नही होना चाहिए था और रनों को जोड़ना चाहिए था. इसके बाद तीसरे टेस्ट में चार गेंदबाजों के साथ उतरने के बारे में पूछा गया तो धोनी ने कहा कि हमनें पांचवे गेंदबाज से सिर्फ 5 या 10 ओवर की करवाए थे इसलिए टीम ने सोचा कि शिखर धवन, मुरली विजय और रोहित शर्मा से काम चलाया जा सकता है.
ना बॉलर चला ना बैट्समैन
इसके बाद धोनी ने कहा कि इस मैच में एक्स्ट्रा बॉलर ने भी कोई विकेट नही लिया और बैट्समैन ने भी एक्स्ट्रा रन नही बनाए. इसके बाद धोनी ने कहा कि इसके बारे में डिटेल्ड डिस्कशन की जरूरत है और अगले मैच में उतरने से पहले हम मैदान को देखकर निर्णय लेंगे. इसके बाद धोनी ने कहा कि मोईन अली ने अच्छी बॉलिंग की और इंडियन बैट्समैन ने उन्हें करने दी. इसके साथ ही उन्होंने फास्ट बॉलर पंकज सिंह की तारीफ की और कहा 'पंकज ने सचमुच अच्छी गेंदबाजी की. इस पिच पर उसने सही लेंथ हासिल की. उसे तीन विकेट मिल सकते थे, लेकिन भाग्य उसके साथ नहीं रहा. शमी और भुवी ने भी अच्छी गेंदबाजी की'

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Posted By: Prabha Punj Mishra