- तीन घरों में परिवार को बंधक बनाकर की लूटपाट

- किराएदारों ओर मकान मालिक से पांच लाख के जेवर और नगदी ले गए

Meerut : परतापुर के कौशल्या कुंज में खाकीवर्दी वाले बदमाशों ने तीन घरों में जमकर कहर ढाया। तीनों परिवारों के सदस्यों को गन प्वाइंट पर लेकर पांच लाख कीमत के जेवर और नकदी लूट ली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली।

गन प्वाइंट पर वारदात को अंजाम

परतापुर थाने के कौशल्या कुंज में कृष्ण सिंह का परिवार रहता है। कृष्ण मोबाइल टॉवर की गाड़ी चलाते हैं। उनका बेटा हरेंद्र भी टॉवर ऑफिस में नौकरी करता है। मंगलवार की देर रात कृष्ण सिंह ड्यूटी पर थे। घर के अंदर उनकी पत्‍‌नी भगवती, बेटा हरेंद्र उसकी पत्‍‌नी पिंकी ओर दो पोते लक्ष्य एवं पार्थ थे। तभी करीब छह बदमाश घर के अंदर आ गए। बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण पूरा परिवार एक ही रूम में इनवर्टर चलाकर सो रहा था। भगवती के मुताबिक, बदमाश सीढी के रास्ते घर के अंदर प्रवेश कर गए। उन्होंने हरेंद्र और उसके बच्चों पार्थ एवं अक्षय को गन प्वाइंट पर लेकर जान से मारने की धमकी दी। तभी पिंकी और भगवती दोनों ने पहने हुए गहने और घर में रखे जेवर और नगदी निकाल कर बदमाशों को दे दिए।

किराएदार को भी नहीं बख्शा

घर के अंदर दस हजार की नगदी और चार लाख कीमत के जेवर लेकर बदमाश जान से मारने की धमकी देते हुए पड़ोस के रूम में रह रहे किराएदार विकास के घर में प्रवेश कर गए। विकास परतापुर बाइपास पर एक कंपनी में ड्यूटी पर थे। घर पर अकेली पत्‍‌नी ममता को तमंचा दिखाकर बदमाशों ने पचास हजार कीमत के जेवर उतरवा लिए। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर बदमाश फरार हो गए।

डॉक्टर के घर भी वारदात

इससे पहले बदमाशों ने उक्त कॉलोनी में डॉक्टर सतीश के मकान में रहने वाले किराएदार राजेंद्र के घर में भी लूटपाट की। राजेंद्र के रिश्तेदार की गाजियाबाद में मौत हो जाने के कारण पूरा परिवार गाजियाबाद गया था। घर पर राजेंद्र की पत्‍‌नी ममता और उनका भाई सचिन था। बदमाशों ने सचिन का मोबाइल तोड़कर ममता की मौजूदगी में पूरे घर को खंगाला दिया। घर के अंदर से बदमाश करीब लाखों रुपये के जेवर और नगदी ले गए।

बदमाशों के चले जाने के बाद तीनों परिवारों के सदस्यों ने शोर मचाया। आसपास के लोग एकत्र होकर मौके पर पहुंच गए। तभी एसओ को फोन पर मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बदमाशों की तलाश की। पुलिस ने तीनों पीडि़तों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया। पीडि़त परिवार के लोगों ने बताया कि बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी।

विजिलेंस की टीम है, बताओ राजपाल कहां है?

डकैती के दौरान बदमाश कह रहे थे कि विजिलेंस की टीम का छापा है, राजपाल बताओ कहां है, हम राजपाल को पकड़ने के लिए आए है, खाकीवर्दी पहने सभी बदमाश बिल्कुल पुलिसिया स्टाइल में बात कर रहे थे, जब बताया कि, राजपाल का घर नहीं है, तब तमंचे निकाले और कनपटी पर लगाकर बोले, जो भी जेवर और नगदी है निकाल दो। तब समझ में आया कि ये पुलिस नहीं बल्कि बदमाश है।

मंगलवार की रात एक बजे आठ बदमाशों ने कौशल्या कुंज में धावा बोला। सभी बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। बोलने का लहजा भी पुलिस वाला ही था। बदमाशों ने पांच मिनट तक तो पुलिस वाले होने का नाटक किया। इसके बाद बच्चों तक की कनपटी पर तमंचे लगा दिए। चार बदमाशों ने तीस मिनट में पूरे घर को खंगाल लिया। इसके बाद भी बदमाश जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।

चार बदमाशों की हुई पहचान

भगवती का बेटा हरेंद्र भी वाहन चोरी के आरोप में जेल जा चुका है। पुलिस ने थाने में दर्ज अपराधियों के फोटो हरेंद्र को दिखाये तो बदमाश परतापुर के ही चंचलपुर और नगलापहासू के निकले। एसओ सुरेंद्र नाथ का कहना है कि बदमाशों के नाम पहचान में आने के बाद दबिश डालनी शुरू कर दी। बदमाश तीनों घरों के अंदर दीवार पर सीढी लगाकर छत के रास्ते अंदर कूद गए थे। अंदर प्रवेश करने वाले बदमाशों की संख्या छह थी। बदमाश बाद में मुख्य दरवाजे से बाहर निकले थे। माना जा रहा है कि कालोनी के बाहर ही बदमाशों ने गाडी खड़ी कर रखी थी।

Posted By: Inextlive