- फैन और कूलर भी नहीं कर रहे काम

BAREILLY:

बारिश न होने से लोग पहले ही परेशान हैं। सैटरडे को निकली तेज धूप ने उन्हें उमस से बेहाल कर दिया। स्थिति यह है कि उमस के चलते पंखे व कूलर से भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। इस दौरान सड़क व गलियों में फैला कीचड़ सूख जाने से धूल भी उड़ने लगी है। वेदर एक्सपर्ट डॉ। एचएस कुशवाह ने बताया कि इस समय पश्चिम दिशा से 6 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जिस कारण मानसून वीक हुआ है। एक-दो दिन तक ऐसी ही स्थिति रहेगी। मानसून कमजोर पड़ने से टेम्प्रेचर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सैटरडे को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 34.8 डिग्री और मिनिमम टेम्प्रचेर 26.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वर्ष 2008 से अब तक के वर्षो में अगस्त में मिनिमम टेम्प्रेचर सबसे अधिक रिकॉर्ड किया गया।

स्कूली बच्चों का बुरा हाल

पिछले एक हफ्ते से बारिश न होने के कारण मौसम ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है। तेज धूप के चलते लोगों को घरों से बाहर निकलने में सोचना पड़ा। स्थिति यह रही कि घरों से निकले लोग मुंह ढककर आवागमन करते देखे गए। इसके साथ ही सड़कों पर फैली मिट्टी की धूल बनकर उड़ने से लोगों को परेशानी हो रही है। सबसे बुरा हाल तो उमस से है। इससे स्कूली बच्चों को परेशानी हुई। स्कूल से घर आए बच्चे पसीने से तर-बतर रहे। वहीं दूसरी ओर बारिश के समय जगह-जगह गड्ढों में जमा पानी अब सूखने लगा। इसके साथ ही उससे दुर्गंध उठने लगी है। इससे संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ने लगा है।

वायरल फीवर, डायरिया का खतरा

बदलते मौसम के कारण संक्रामक बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं। डायरिया, वायरल फीवर, सर्दी जुकाम जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसके कारण हॉस्पिटल में मरीजों की भरमार हो गई है। चिकित्सकों ने इस बदलते मौसम में सावधानी बरतने की हिदायत दी है। कुछ दिन पूर्व हुई बारिश के बाद पारे में अचानक गिरावट आई और लोगों ने राहत की सांस ली। रुक-रुक कर बारिश कारण मौसम और खुशगवार हुआ, लेकिन पिछले एक हफ्ते से एक बार फिर से गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है।

21 से मानसून फिर बनेगा

वेदर एक्सपर्ट 21 अगस्त से मानसून दोबारा बनने की उम्मीद जता रहे हैं। इनका कहना है कि 30 से 40 एमएम तक बारिश हो सकती है। यह मौका किसानों के लिए काफी अच्छा है। वह अपने खेतों में फसल की निराई गुढ़ाई कर सकते हैं। जिसके बाद यूरिया लगा सकते हैं। आने वाले दिनों में बारिश को देखते हुए पानी देने की कोई जरूरत नहीं है।

अगस्त में मिनिमम टेम्प्रेचर एक नजर

वर्ष - मिनिमम टेम्प्रेचर

2018 - 26.7

2017 - 24.9

2016 - 23.8

2015 - 21.0

2014 - 20.5

2013 - 21.0

2012 - 22.8

2011 - 23.7

2010 - 21.9

2009 - 22.6

2008 - 24.4

Posted By: Inextlive