43 पार गया पारा तो छाएंगे बादल, जानें एक सप्ताह के माैसम का हाल
4 दिनों से लगातार 40 डिग्री सेल्सियस के पार है पारा
सोमवार को 42 डिग्री तापमान, दो दिन रहेगा यही हालmeerut@inext.co.inMeerut : सोमवार को चिलचिलाती गर्मी ने शहरवासियों को बॉडी एनर्जी कम होने का अहसास करा दिया. दरअसल, राजस्थान की तरफ से आ रही चक्रवाती हवाओं ने अप्रैल माह में ही वेस्ट यूपी का मौसम बदल दिया है. गर्मी के तेवर लगातार तीखे होते जा रहे है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में और अधिक तापमान बढ़ने का अनुमान है.
चल रहीं धूलभरी हवाएं
शहर में लू का असर पहले से ही दिखने लगा है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि धूल भरी गर्म हवाओं ने शहरवासियों को परेशान कर दिया है. सोमवार को अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. जो नार्मल से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक था. वहीं, न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस था, जो नॉर्मल से एक डिग्री अधिक दर्ज किया गया. वहीं बीते चार दिनों से लगातार पारा 40 डिग्री के पार जा रहा है, जिसके कारण हीटवेव जैसी स्थिति बन रही है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार हैं. अगर दो दिन बाद पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार जाता है तो बादल छाएंगे व पारा भी गिरेगा. साथ ही कुछ गरमी कम होगी, इसके बाद फिर गरमी बढ़ने के चांस है.
लंबे समय तक अत्यधिक गर्म मौसम बरकरार रहने से हीटवेव बनता है. हीटवेव असल में एक स्थान के वास्तविक तापमान और उसके सामान्य तापमान के बीच के अंतर से बनता है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि एक स्थान का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम-से-कम 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों में कम-से-कम 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो हीटवेव चलती है. यदि वृद्धि 6.4 डिग्री से अधिक है और वास्तविक तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाए, तो इसे एक गम्भीर हीटवेव कहा जाता है. तटीय क्षेत्रों में, जब अधिकतम तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाए या तापमान 37 डिग्री सेल्सियस हो जाए तो हीटवेव चलता है.
हीटवेव के क्या कारण हैं?
हीटवेव को मोटे तौर पर एक जलवायु संबंधी घटना के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन इसमें आस-पास के पर्यावरणीय कारक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उच्च वायुमण्डलीय दबाव प्रणाली वायुमण्डल के ऊपरी स्तर पर रहने वाली हवा को नीचे लाकर घुमाती है. इससे हवा में संकुचन के कारण तापमान बढ़ता है और हवा वहां से निकल नहीं पाती,इससे हीटवेव कई दिनों तक टिका रहता है.