अक्‍सर जब आप मार्केट में जाते हैं तो कोई भी महंगा सामान खरीदते समय आप उसकी गांरटी के बारे में पूछते हैं। जबाव मे कभी आप को पांच साल गारंटी मिलती है तो कभी वारंटी मिली है। अक्‍सर ग्राहक जब वारंदटी सुनता है तो वो थोड़ा निराश हो जाता है पर गारंटी की बात सुनकर उसके चेहरे पर मु‍स्‍कुराहट आ जाती है। गारंटी ही बेहतर नहीं होती है आप वारंटी को भी एक अच्‍छे और टिकाऊ विकल्‍प के रूप में चुन सकते हैं। वैसे क्‍या आप जानते हैं गारंटी या वारंटी में क्‍या आंतर होता है। अगर नहीं तो हम आप को आज गांरटी और वारंटी के बीच अंतर बताने जा रहे हैं। जिसके बाद आप को आसानी से गांरटी और वारंटी के बीच अंतर समझ में आ जाएगा।


क्या होती है वारंटीबात अगर वारंटी की करें तो आप इसे लिखित तौर पर दी गई गारंटी कह सकते हैं। यह विक्रेता की ओर से किसी भी सामान पर दी जाने वह छूट होती है जिसमें आप खीरीदे हुए सामान को बदल और रिपेयर करा सकते हैं। यह एक समय तक ही निश्चित होती है। वारंटी को आप एक्स्ट्रा रुपये देकर बढ़वा भी सकते हैं। वारंटी विक्रेता की ओर से दिया गया एक लीगल डॉक्यूमेंट होता है। आसान शब्दों मे कहें तो यह कंपनी की ओर से ग्राहक को किया गया एक वादा होता है जिसमे अगर खरीदा हुआ सामान ठीक से काम नहीं कर रहा है तो उसे रिपेयर और बदला जा सकता है।

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Posted By: Prabha Punj Mishra