हावड़ा हटिया क्रिया योगा एक्सप्रेस में एक हाईकोर्ट के जस्टिस को गंदा बेडरोल देने की घटना सामने आई है।

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RANCHI : एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा प्रीमियम ट्रेनों में भी पैसेंजर्स को गंदा बेडरोल सर्व किया जा रहा है. सोमवार को हाईकोर्ट के जस्टिस आनंदा सेन को हावड़ा-हटिया क्रिया योगा एक्सप्रेस में गंदा बेडरोल दे दिया गया. जिसके बाद वह भड़क गए. इसके बाद तो रांची स्टेशन पहुंचने के बाद उन्होंने रेलवे के अफसरों को जमकर फटकार भी लगाई. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इतना किराया देने के बाद भी रेलवे पैसेंजर्स को बेहतर सुविधाएं क्यों नहीं मुहैया करा पा रहा है?

राजधानी में भी हुई थी चूक

दिसंबर 2018 में रांची-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में भी पैसेंजर्स को सुविधाएं नहीं देने को लेकर सांसद ने कंप्लेन की थी. साथ ही कहा था कि अधिकारी राजधानी ट्रेन को मेंटेन नहीं कर पा रहे हैं. अन्य ट्रेनों का भी भगवान ही मालिक है. राजधानी में खटमल, चूहे दौड़ते हैं. वहीं बेडरोल से बदबू आती है.

पहले भी हुई थी शिकायत

इससे पहले हाईकोर्ट के दूसरे जस्टिस अनंत विजय सिंह अपनी फैमिली के साथ राजधानी ट्रेन में सफर कर रहे थे. इस दौरान उनका अनुभव भी खराब रहा था. जिस पर उन्होंने रेलवे से राजधानी ट्रेन को लेकर शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने ट्रेन में चूहे दौड़ने, घटिया खाना परोसने और सफाई नहीं होने की कंप्लेन की थी. इसके बाद भी इस ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स को बेहतर सुविधा नहीं मिल पा रही है.

रेलवे के अधिकारी, कर्मचारी रेलवे को निजीकरण की ओर ढकेल रहे हैं. जिससे बड़ी-बड़ी कंपनियां ठेके और लीज पर लेकर करोड़ों की कमाई कर रही है. ट्रेनों में अव्यवस्था के लिए रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड और जोन के अधिकारी जिम्मेदार हैं. आम यात्रियों की तो छोडि़ए अब तो हाईकोर्ट के माननीय न्यायाधीश भी इस सड़े-गले सिस्टम का शिकार हो रहे हैं. रेलवे को इसमें सुधार करने की जरूरत है.

प्रेम कटारूका, रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन

Posted By: Prabhat Gopal Jha