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क्कन्ञ्जहृन् : लालू परिवार और आरजेडी की नजरों में हफ्तेभर से गायब चल रहे तेजप्रताप यादव के अब तीन ही लक्ष्य है। परिवार में शांति, पत्नी से मुक्ति और राधा की भक्ति। परिवार में शांति के लिए वह माता-पिता और भाई पर दबाव बनाए हुए हैं। पत्नी से छुटकारा के लिए पटना की अदालत में अर्जी दे रखी है और राधा की भक्ति में बरसाना में भटक रहे हैं। उनकी यात्रा अभी थमने वाली नहीं है।

सुनी यशोदा की कहानी

पिछले तीन दिनों से मथुरा-वृंदावन में डेरा जमाए तेजप्रताप बरसाने में राधा मंदिर गए। वहां से लौटे तो कृष्ण की भक्ति में लीन हो गए। वृंदावन में स्थापित चार धामों में से एक बद्रीनाथ का दर्शन किया। वहां से निकले तो लक्ष्मण मंदिर भी गए। तेजप्रताप के तीन धाम की यात्रा अभी बाकी है। जबतक सभी धामों की यात्रा पूरी नहीं कर लेंगे, तेजप्रताप वृंदावन में ही भ्रमण करते रहेंगे। शनिवार को बद्रीनाथ के दर्शन के बाद तेज ने मुख्य पुजारी से वृंदावन में भगवान कृष्ण द्वारा चारों धामों की स्थापना की कहानियां सुनी। फिर पिता लालू प्रसाद को यादकर रोए। पुजारी से यह जाना कि कैसे माता यशोदा ने पुत्र के लिए मन्नत मांगी थी और मुराद पूरी हो जाने के बाद जब कृष्ण पांच वर्ष के हुए तो यशोदा ने चार धामों की यात्रा पर जाने की इच्छा जताई। इसपर कृष्ण ने मां के लिए दिव्य शक्ति से वहीं पर चारों धामों का आह्वान कर लिया। तेज प्रताप के साथ धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ के प्रमुख अभिनंदन यादव और लवकुश यादव समेत 4 दोस्त हैं।

तेजप्रताप ने जाना पिता का हाल

बद्रीनाथ में तेजप्रताप ने भावुक होकर पुजारी की पूरी कहानी सुनी। फिर फोन करके पिता लालू प्रसाद की सेहत का हाल जाना। दिन में उन्हें सूचना मिल चुकी थी कि तेजस्वी यादव और रागिनी यादव ने रांची के रिम्स अस्पताल जाकर पिता से मुलाकात की है। ऐश्वर्या से तलाक के फैसले पर अड़े तेजप्रताप ने विचलित मन से पिता को याद किया। उन्हें बताया गया था कि घर छोड़कर जाने के बाद से लालू प्रसाद की तबियत ज्यादा खराब हो रही है।

पुत्र को नहीं मना पा रहे लालू

बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद को बड़ा मोटिवेटर माना जाता है। अपनी बातों से लोगों को प्रभावित करने में उन्हें महारत हासिल है, लेकिन रुठकर तीर्थो में भटक रहे अपने पुत्र तेजप्रताप को वह नहीं मना पा रहे हैं। तेज के वृंदावन और मथुरा जाने के पहले लालू ने पूरी कोशिश की थी। अभी भी पहल जारी है।

आकाश ने दिया इस्तीफा

इसका असर राजद के अनुषंगी संगठनों पर भी होने लगा है। बताया गया कि छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि आकाश ने इनकार किया है। लेकिन तेजप्रताप के साथ साये की तरह चलने वाले आकाश अभी मथुरा-वृंदावन में नहीं हैं।

Posted By: Inextlive