नामजद आरोपी गिरफ्तार, शूटर फरार, पार्षद और अधिवक्ता हत्याकांड की अब तक की प्रोग्रेस

ALLAHABAD: डिप्टी सीएम व अन्य मंत्रियों के करीबी पार्षद पवन केसरी और अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव को जिस तरह गोली से उड़ाया गया, उससे एक बात साफ हो चुकी है कि संगम नगरी में एक बार फिर शूटरों पांव जमाना शुरू किया है। इन्हें कांट्रैक्ट देकर लोग दुश्मनों को मरवा रहे हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है एसटीएफ, क्राइम ब्रांच, एलआईयू और पुलिस विंग के भारी भरकम नेटवर्क के बाद भी शहर में शूटर कहां से आ रहे हैं और किस तरह वारदात को अंजाम दे कर फरार हो जा रहे हैं? इस नेटवर्क को तोड़ना ही नए एसएसपी नितिन तिवारी की चुनौती है। दो बड़े हत्याकांड के बाद सरकार ने एसएसपी आकाश कुलहरि का ट्रांसफर कर तेज-तर्रार माने जाने वाले एसएसपी नितिन तिवारी को संगम नगरी की बागडोर सौंपी है। लेकिन सवाल अब भी वही है की पार्षद और अधिवक्ता हत्याकांड के शूटर कहां हैं?

केवल नामजद आरोपी गिरफ्तार

डिप्टी सीएम केशव मौर्या के करीबी व भाजपा पार्षद पवन केसरी की आठ मई की रात फूलपुर में सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस हत्यारों तक तो नहीं पहुंच सकी, लेकिन परिजनों की तहरीर पर नामजद सिराज उर्फ सोनू और परवेज जिलानी को गिरफ्तार किया। इन पर पार्षद की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। ये आरोप सही हैं या नहीं, इस पर मुहर तभी लगेगी, जब शूटर पकड़े जाएंगे।

अधिवक्ता के शूटर भी हैं फरार

10 मई को दिनदहाड़े मनमोहन पार्क के पास बाइक सवार शूटरों ने अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव को मौत के घाट उतार दिया। उनकी कनपटी से सटाकर इस तरह फायर किया गया कि भेजा ही उड़ गया। मामले में शूटरों का चेहरा सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया। तत्कालीन एसएसपी आकाश कुलहरि ने उनकी फुटेज जारी की। इसके बाद भी शूटर पकड़े नहीं जा सके। पुलिस ने अधिवक्ता के परिजनों की तहरीर पर नामजद आरोपी होटल मालिक प्रदीप जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। होटल मालिक ही असली साजिशकर्ता हैं या नहीं, इसका भी खुलासा तभी होगा, जब शूटर पकड़े जाएंगे।

पकड़े और छोड़े जा रहे हैं 'शूटर'

अभी तक छोटे-बड़े अपराधी जो पुलिस की नजर से दूर थे, उन्हें अब पुलिस पकड़-पकड़ कर पूछताछ कर रही है। लेकिन कोई ठोस जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है। करीब आधा दर्जन से अधिक शूटर पकड़े जा चुके हैं, जिनमें से कुछ छोड़े भी जा चुके हैं।

अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि सख्त कार्रवाई करें। अपराधी बख्शे न जाएं। शूटरों पर नजर रखी जा रही है। अधिवक्ता हत्याकांड में जिन शूटर्स का चेहरा सामने आया है, उनकी फुटेज पब्लिकली जारी की गई है।

नितिन तिवारी

एसएसपी, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive