Allahabad :इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैम्पस की सिक्योरिटी वेडनसडे को पूरी तरह से पटरी से उतरी नजर आई. कैम्पस में तैनात गार्ड गनमैन और सुपरवाइजर्स ने एयू आफिसर्स के खिलाफ बगावत कर दी और खुलकर मैदान में आ गए. तकरीबन तीन सौ के आसपास गार्डों ने आफिसर्स पर प्राविडेंड फंड के तीन करोड़ बाईस लाख रुपए और पिछले चार महीने से बकाया सैलरी में धांधली का आरोप लगाते हुए फाइनेंस आफिसर के टीचर्स कालोनी स्थित आवास पर चढ़ाई कर दी और उन्हें आठ घंटे तक उनके आवास में ही कैद रखा. बड़ी मुश्किल से शाम चार बजे सिक्योरिटी गार्डों को लिखित आश्वासन देकर शान्त कराया गया...


तीन सौ से ज्यादा है सुरक्षा कर्मियों की संख्या


मार्निंग में आठ बजे से ही गाड्र्स की पूरी फौज फाइनेंस आफिसर के आवास पर पहुंच गई। इस दौरान गाड्र्स ने फाइनेंस आफिसर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि उन्हें 291 और गनमैन को 324 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से बढ़ी हुई दर से सैलरी दी जा रही है। पिछले दो साल से उनकी सैलरी से 12 परसेंट और एयू की ओर से 13.61 परसेंट पैसा पीएफ का काटा जा रहा है। प्रत्येक इम्प्लाई की यह धनराशि तीन हजार से ज्यादा है। जोकि हर महीने गाड्र्स के पीएफ एकाउंट में जानी चाहिए। लेकिन पिछले दो सालों में उनके पीएफ एकाउंट में यह पैसा नहीं गया और उन्हें फर्जी एकाउंट स्लिप दी जाती रही। इसके अलावा ईएसआई आदि का भी पैसा काटा जा रहा है जो दो साल में तीन करोड़ बाइस लाख है। लेकिन करेंट में इस पैसे का कोई हिसाब नहीं है। एयू में गार्ड, गनमैन और सुपरवाईजर की संख्या 317 है। VC आफिस पर प्रदर्शन की धमकी

गाड्र्स ने जो धनराशि बताई, उसमें पीएफ के इंट्रेस्ट का पैसा इंक्लूड नहीं है। गाड्र्स ने आरोप लगाया कि यह पूरा कारनामा एफओ और सिक्योरिटी एजेंसी के मालिक की मिलीभगत से अंजाम दिया गया। उन्होंने पिछले चार माह से सैलरी न दिए जाने का भी मामला उठाया और कहा कि पूरी गड़बड़ी एयू आफिसर्स और सिक्योरिटी एजेंसी की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है। गार्ड शाम तक इस बात पर अड़े रहे कि धांधली की जांच होने तक एफओ का इस्तीफा न स्वीकार किया जाए और उन्हें वाइस चांसलर आफिस से सम्बद्ध किया जाए। वरना वे वीसी आफिस पर प्रदर्शन को बाध्य होंगे.    Enquire होने तक पद पर बने रहेंगे स्नह्रइस दौरान गाड्र्स की असिस्टेंट रजिस्ट्रार एकाउंट एके सिंह से भी झड़प हो गई। झड़प के दौरान गाड्र्स ने एआर एकाउंट को धक्का तक दे दिया। वहीं इन कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे छात्रसंघ उपाध्यक्ष विपिन सिंह और छात्रनेता राणा यशवंत प्रताप सिंह आजाद और मोहर सिंह पटेल की रजिस्ट्रार प्रो। बीपी सिंह से भी जमकर बहस हुई। जिसके बाद रजिस्ट्रार ने लिखकर दिया कि ड्र्स को 3 फरवरी तक बकाया वेतन दे दिया जाएगा और 10 फरवरी तक पीएफ के पूरे पैसे की इंक्वायरी की जाएगी। आरोप सही पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एफओ पीके सिंह अपने पद पर बने रहेंगे।  नई सिक्योरिटी एजेंसी के गार्डों से जमकर मारपीट

वहीं सिक्योरिटी एजेंसी का कार्यकाल 31 जनवरी को समाप्त होने से पहले ही कैम्पस में पहुंची नई सिक्योरिटी एजेंसी के सुरक्षा कर्मियों से देर शाम केपीयूसी गेट पर गाड्र्स की जमकर मारपीट हो गई। इससे नई सिक्योरिटी एजेंसी के गार्ड भाग खड़े हुए। गाड्र्स की डिमांड थी कि उनके कार्यकाल को आगे भी बहाल रखी जाए। हालांकि, रजिस्ट्रार ने कार्यकाल आगे बढ़ाए जाने से पहले ही पल्ला झाड़ लिया है।

Posted By: Inextlive