PATNA: राज्य के जिन जिलों में पीली बालू का उत्पादन होता है, अब उन जिलों में खान एवं भूतत्व विभाग के बफर स्टॉक नहीं होंगे। बफर स्टॉक अब केवल उन्हीं जिलों में होंगे जहां बालू का उत्पादन नहीं होता है। ऐसे जिले बालू के लिए अन्य जिलों पर निर्भर होते हैं। विभाग ने इस आशय का नीतिगत फैसला ले लिया है। इसी फैसले के आधार पर विभाग ने राज्य के 15 जिलों में स्थापित अपना बफर स्टॉक आगामी 15 मई के बाद बंद करने का फैसला लिया है।

विभाग ने लिया फैसला

खान एवं भूतत्व विभाग के उप निदेशक संजय कुमार ने बताया कि अब केवल राज्य के उन्हीं जिलों में लघु खनिजों का बफर स्टॉक होगा, जहां बालू का उत्पादन नहीं होता है। क्योंकि जिन जिलों में बालू का उत्पादन होता है, वहां इस तरह के बफर स्टॉक रखने का कोई औचित्य नहीं है। संजय कुमार ने बताया कि जिन 15 जिलों में आगामी 15 मई के बाद बफर स्टॉक समाप्त करने की घोषणा की गई है, वहां पदस्थापित सभी अधिकारियों व कर्मियों को या तो उनके मूल विभाग व निगम में वापस कर दिया जाएगा या फिर उन्हें विभाग द्वारा कोई नई जिम्मेदारी दी जाएगी। बता दें कि जिन 15 जिलों में बफर स्टॉक समाप्त करने की घोषणा की गई है, उन सभी 15 जिलों में पीली बालू का उत्पादन होता है। इनमें पटना, भोजपुर, नालंदा, रोहतास, कैमूर, नवादा, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, अरवल, मुंगेर, लखीसराय, बांका एवं भागलपुर शामिल हैं। पिछले महीने ही खान एवं भूतत्व विभाग के बिहार राज्य खनिज निगम लिमिटेड ने 38 जिलों में लघु खनिजों का बफर स्टॉक स्थापित किया था।

Posted By: Inextlive