जनरेटर तो है पर लाइट जाने पर उसे चलाने की व्यवस्था नहीं

Meerut। पासपोर्ट ऑफिस में लाइट जाने का काम अब आम हो गया है। हालांकि ऑफिस में जनरेटर तो है पर लाइट जाने के बाद उसे कौन चलाएगा और उसे चलाने के लिए डीजल कौन लाएगा इसकी व्यवस्था पर पेंच फंसा हुआ है। जिसका सीधा खामियाजा पासपोर्ट ऑफिस में काम कराने आए आवेदकों को भुगतना पड़ता है। इस पर पासपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि ऑफिस में सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी डाक विभाग के पास थी। जो किसी भी कीमत पर जिम्मेदारी उठाने को तैयार नहीं है।

एएमयू कुछ कहता है

जब पासपोर्ट ऑफिस व डाक विभाग के बीच एएमयू साइन किया गया था, तो उसमें केवल पासपोर्ट ऑफिस को कर्मचारियों की व्यवस्था करनी थी जबकि बाकी सारी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी डाक विभाग की थी। हालांकि एएमयू के भूल डाक विभाग ने पासपोर्ट ऑफिस तो बनाकर दे दिया लेकिन वहां बैठने, पीने के पानी, टॉयलेट और लाइट जाने पर जनरेटर के डीजल आदि की कोई व्यवस्था नहीं की।

पासपोर्ट ऑफिस में सुविधाओं के संबंध में गाजियाबाद ऑफिस ने डाक विभाग को लेटर लिखकर जल्द से जल्द जवाब मांगा है।

सुब्रत हाजरा, पासपोर्ट अधिकारी

Posted By: Inextlive