Jamshedpur: टाटानगर रेलवे स्टेशन पर डेली हजारों पैसेंजर्स आते-जाते हैं लेकिन इन्हें मिलने वाली सुविधाओं की स्थिति बहुत खराब है. टिकट काउंटर से लेकर टॉयलेट तक हर जगह पैैसेंजर्स को प्रॉब्लम फेस करना पड़ता है.

रहती है पैसेंजर्स की भीड़
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर टॉयलेट की व्यवस्था सिर्फ प्लेटफार्म नंबर एक पर है। ऐसे में बाकी के दो प्लेटफॉम्र्स के पैसेंजर्स को टॉयलेट का यूज करने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसके अलावा प्लेटफार्म पर मौजूद पेड टॉयलेट का इस्तेमाल करने के लिए लिए जाने वाले रेट में भी काफी हेराफेरी है। पेड टॉयलेट के स्टाफ पैसेंजर्स से फिक्स रेट की बजाय अलग-अलग रेट चार्ज करते हैं। टिकट काउंटर्स की संक्या कम होने की वजह से भी पैसेंजर्स को प्रॉब्लम होती है। स्टेशन पर 12 रिजर्वेशन काउंटर और 11 जनरल टिकट काउंटर हैं। पर  पैसेंजर्स की अधिक संख्या की वजह से काफी भीड़भाड़ रहती है।

Waiting room में नहीं जगह
स्टेशन पर इंटर करते ही बड़ी संख्या में लोग प्लेटफार्म पर आराम फरमाते दिख जाते हैैं। इसकी बड़ी वजह वेटिंग रूम की पर्याप्त व्यवस्था का नहीं होना है। प्लेटफार्म पर हायर क्लास और जनरल कैटगरी के लिए अलग-अलग वेटिंग रूम बनाए गए हैैं, पर पैसेंजर्स की बड़ी संख्या की वजह से अक्सर स्पेस की कमी रहती है।

Disables के लिए नहीं है व्यवस्था
डिसएबल और बुजुर्ग लोगों के लिए स्टेशन पर किसी तरह की सुविधा नहीं है। लंबे अर्से से स्टेशन पर एस्कलेटर लगाने की बात कही जा रही है, पर एस्कलेटर तो दूर एक प्लेटफार्म से दूसरे पर जाने के लिए रैैंप तक नहीं बनाया गया है। रैंप नहीं होने की वजह से फिजिकली डिसएबल लोगों को काफी प्रॉब्लम होती है।

ज्यादा पैसे लेते हैं vendors
स्टेशन पर मौजूद कई वेंडर फूड प्रोडक्ट्स के लिए एमआरपी से ज्यादा प्राइस लेते हैैं। बिस्किट और कई दूसरे आयटम्स के लिए प्रिंट रेट से एक-दो रुपए ज्यादा चार्ज किए जाते हैैं। पैसेंजर्स को अक्सर मजबूरी की वजह से वेंडर्स की इस मनमानी का शिकार बनना पड़ता है। मंडे को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने चिप्स के एक पैकेट का दाम पूछा तो वेंडर ने उसका दाम एमआरपी से दो रुपए ज्यादा बताया। जब रिपोर्टर ने कहा कि यह तो एमआरपी से भी ज्यादा है, तो वेंडर ने जवाब दिया कि यहां इतने में ही बिकता है लेना है तो लो नहीं तो चलने बनो।

टॉयलेट की संख्या को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। आईआरसीटीसी द्वारा हर फूड आइटम का प्राइस फिक्स किया गया है। पैसेंजर्स को किसी भी सूरत में एमआरपी से ज्यादा पैसे नहीं देने चाहिए।
के एन विश्वास , सीनियर डीसीएम चक्रधरपुर रेल डिवीजन

हर प्लेटफार्म पर डिस्प्ले होना चाहिए। डिस्पेल नहीं होने से पैसेंजर्स को कोच की स्थिति पता चलने मे प्रॉब्लम होती है।
राजन, सिदगोड़ा

स्टेशन पर साफ-सफाई और बेहतर खाने की व्यवस्ता होनी चाहिए। स्टेशन पर सिक्योरिटी की व्यवस्था और भी पुख्ता होनी चाहिए।
निलाद्री, साकची
हर प्लेटफार्म पर टॉयलेट की व्यवस्था नहीं होने से काफी परेशानी होती होती है। फिजिकली डिसएब और बुजुर्ग लोगों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए।
एनके राय, ट्रैफिक कॉलोनी

Report by : abhijit.pandey@inext.co.in


Posted By: Inextlive