RANCHI: कोल इंडिया कर्मियों को अब रिटायरमेंट के बाद भी आजीवन स्वास्थ्य लाभ और इलाज की सुविधा दी जाएगी। ये देश के किसी भी कोने में 8 लाख तक के खर्चे पर इलाज करा सकते हैं। इसके लिए इनका मेडिकल स्मार्ट कार्ड भी बनाया जाएगा। पहले यह राशि 5 लाख्र रुपए थी जिसे बढ़ाकर आठ लाख कर दिया गया है। इसके साथ ही साथ कोल इंडिया मेडिकल अटेंडेंट रूल में भी बदलाव होगा। 25 साल की जगह 30 साल तक के बच्चों को डिपेंडेंट (आश्रित) मानकर इलाज की सुविधा मिलेगी। वहीं दिव्यांग बच्चों (पैदाइशी या दुर्घटनावश) को ताउम्र इलाज की सुविधा मिलेगी। इलाज के लिए मेडिकल बुक की जगह स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराने की भी योजना है।

कैशलेस का लाभ नहीं

यूनियन प्रतिनिधियों ने कैशलेस इलाज की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा है कि देश के एक बड़े निजी अस्पताल में रेफ र कोयला कर्मियों से इलाज के लिए पैसा जमा करा लिया जाता है। इसपर कोल इंडिया प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि ऐसा मामला है तो साक्ष्य के साथ शिकायत करें, त्वरित कार्रवाई होगी।

मरीजों की डाइट का बढ़ेगा पैसा

अस्पताल में इलाजरत मरीजों के भोजन दर के लिए 100 रुपए का प्रावधान है जिसे जल्द ही बढ़ाने का फैसला लिया गया है। माना जा रहा है कि इतने कम पैसों से पौष्टिक भोजन मिल पाना काफी मुश्किल होगा। साथ ही स्पो‌र्ट्स पर्सनल का कैडर बनाया जाएगा। अब तक स्पो‌र्ट्स पर्सनल का कैडर कोल इंडिया या अनुषंगी कंपनियों में नहीं है।

कंपनी के क्वार्टर की हालत खराब

प्रबंधन व यूनियन की संयुक्त टीम क्वार्टरों का जल्द ही निरीक्षण करेगी और जर्जर इमारतों को मरम्मत कर सुदृढ़ करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही क्षेत्रीय अस्पतालों को सुदृढ़ करने तथा पीने के लिए कोयला कर्मियों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जाएगा।

Posted By: Inextlive