जब से राहुल छुट्टी से लौटे हैं इतने जोश में और जानकारियों के साथ आए हैं की सत्‍ताधारी बीजेपी के लिए सिरदर्द बन गए हैं. अपने तीखे हमलों और चुटीले कमेंट के चलते वो हर तर फ चर्चा का विषय बने हुए हैं. अब पिछले दिन पार्लियामेंट में बोलते हुए उन्‍होंने मोदी की तुलना मिखाइल गोर्बाचोव से कर दी. इस तारीफ के अंदाज में की गयी तुलना में जो व्‍यंग छुपा था वो बीजेपी के लोगों को तिलमिला रहा है.


राहुल गांधी चर्चा तो कर रहे थे नेट न्यूट्रिलिटी पर और इस बीच में उन्होंने टाइम मैग्जीन में छपे बराक ओबामा के उस वक्तव्य का जिक्र कर दिया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति ने मोदी की जो सराहना की है उस पर बुधवार को उनकी तुलना मिखाइल गोर्बाचोव से कर दी. गोर्बाचोव ही वो रूसी नेता हैं जिनके शासनकाल में सोवियत संघ का विघटन हुआ था. लगे हाथ राहुल ने ये भी जता दिया कि ओबामा कारपोरेटस के हितों में सोचने वाले शख्स भी हैं.


नेट न्यूट्रलिटी का मुद्दा उठाते हुए राहुल ने लोकसभा में कहा, पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक भारतीय प्रधानमंत्री के बारे में इतनी ऊंची बात कही है. ऐसा 60 साल में पहली बार हुआ है. ओबामा छोटे आदमी नहीं हैं. वह अमेरिका के राष्ट्रपति हैं. इससे पहले ऐसी सराहना केवल गोर्बाचोव को मिली थी क्योंकि उन्होंने अमेरिका की मदद की थी.

हालाकि राहुल ने यह विस्तार से नहीं बताया कि गोर्बाचोव के कार्यकाल में सोवियत संघ टुकड़े-टुकड़े हो गया था और वह सोवियत संघ के आखिरी राष्ट्रपति थे. ओबामा ने मोदी की बड़ाई में टाइम पत्रिका में लिखे मोदी के प्रोफाइल के बारे में लिखा था. पत्रिका ने मोदी को दुनिया के 100 सर्वाधिक प्रभावशाली नेताओं में रखा है. अब जिस लेख और पत्रिका को अभी तक बीजेपी गर्व से दिखा कर अपने नेता का गुणगान कर रही थी उसी को राहुल ने अपने व्यंग का जरिया बना लिया तो तिलमिलाहट तो होनी थी.

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Posted By: Molly Seth