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PATNA : पटना के इको पार्क और जू में फ्री वाई-फाई सेवा शुरू हो गई. लेकिन देश का सबसे बड़ा वाई-फाई जोन अब भी हवा हवाई है. वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सगुना मोड़ से एनआईटी तक के एरिया को वाई-फाई कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी. योजना उस वक्त बनी जब वाई फाई को लेकर कोई स्टेट एक्टिव नहीं था. सीएम नीतीश कुमार ने पटना में देश के सबसे बड़े वाई फाई कॉरिडोर बनाने का दावा कर इंफॉरमेंशन टेक्नॉलजी की दुनिया में हलचल मचा दिया, लेकिन वाई फाई योजना फेल हो गई है.

कहीं नहीं मिलता सिग्नल

सीएम ऐसा कांसेप्ट लाए थे जिस पर काम हुआ होता तो बिहार आईटी सेक्टर में विशेष स्थान रखता. वाई फाई का सिग्नल बीच में ही फंस गया और आज पटना में वाई फाई रेलवे स्टेशनों को छोड़ दें तो ढूढ़ने से भी नहीं मिलेगा. फ्री वाई-फाई जोन का कॉन्सेप्ट लाने के पीछे पटना की पहचान देश ही नहीं विदेश में बनाना था लेकिन यह लंबे समय तक टिक नहीं सका. सीएम ने वाई फाई के साथ-साथ आईटी के सेक्टर में सीसीटीवी की निगरानी का बड़ा प्लान बनाया था. आज सीसीटीवी कांसेप्ट सक्सेस हो गया लेकिन वाई फाई का नामो निशान नहीं रह गया.

पटना के किसी एरिया में नहीं मिला फ्री वाई फाई

रिपोर्टर ने पटना के कई प्रमुख एरिया में पड़ताल की लेकिन कहीं भी फ्री वाई फाई नहीं मिला. अशोक राजपथ से लेकर अन्य एरिया में कहीं भी ऐसा सिग्नल नहीं मिला जहां हम अपना मोबाइल कनेक्ट कर सकें.

कुछ दिन दौड़ा था वाई फाई का सिग्नल

योजना के शुभारंभ के बाद कुछ दिनों तक वाई फाई का सिग्नल पटना में दौड़ा था.

इसका कवरेज एरिया करीब 20 किलोमीटर बनाया गया था.

अशोक राजपथ से दानापुर तक इसका सिगन्ल मिलने का दावा किया गया था.

पटना के अशोक राजपथ पर स्थित एनआईटी से लेकर दानापुर तक इसका सिग्नल दिया गया था.

दावा किया गया था कि इस एरिया में बिना कनेक्शन के भी मुफ्त में इंटरनेट इस्तेमाल किया जा सकता है.

वर्ष 2014 में बनी थी योजना

देश के सबसे पिछड़े राज्यों में शुमार बिहार ने इंफॉरमेशन टेक्नॉलजी की दुनिया में अपनी मजबूत पहचान बनाने का दावा किया.

राजधानी में आयोजित ई-बिहार समिट में सीएम नीतीश कुमार ने पटना के 20 किमी़ के दायरे में डिवेलप फ्री वाई फाई जोन की सुविधा का ऐलान किया.

उस समय इसे दुनिया का सबसे बड़ा फ्री वाई फाई जोन बताया गया था.

वाई फाई जोन को लेकर दावा किया गया था कोई भी बिना इंटरनेट डिवाइस के इसका इस्तेमाल कर सकेगा.

इसे स्टूडेंट्स और नौकरी पेशा लोगों के साथ बाहर निकलने वालों के नाम समर्पित की गई थी.

दावा तो इस वाई फाई जोन से चीन का रिकॉर्ड तोड़ने का किया जाने लगा था.

दुनिया के सबसे बड़े वाई फाई जोन के पीछे तर्क था कि चीन में उस समय सिर्फ 3.5 किमी का ही वाई फाई जोन था.

सिग्नल नहीं लेकिन दिखती है निशानी

पटना में अब तो वाई फाई योजना फेल है लेकिन इसकी निशानी आज भी दिखती है. खंभों पर आज भी वाई फाई का राउटर और सिग्नल का बेस दिख जाता है. सचिवालय एरिया से लेकर अशोक राजपथ व दानापुर के बीच जर्जर हाल में सिग्नल के लिए खंभों पर वाई फाई टावर लगाए गए थे जो कहीं-कहीं नजर आते हैं. 20 किमी के बीच वाई फाई को लेकर जो सुविधा बनी थी वह पूरे पटना को कवर करने वाली हो जाती क्योंकि समय के साथ इसका विस्तार भी से हो जाता.

ढूढ़ते रह जाएंगे वाई फाई

पटना में मौजूदा समय में फ्री वाई फाई जोन आसान नहीं है.

पटना जंक्शन सहित रेलवे स्टेशनों पर ही यह सुविधा आपको मिल सकती है.

कुछ कॉलेज प्रशासन स्टूडेंटस के लिए यह सुविधा दे रखें हैं लेकिन आम आदमी के लिए नहीं है.

प्राइवेट सेक्टर की कई कंपनियां और कुछ बड़े शॉप भी यह सुविधा देते हैं लेकिन सिर्फ अपने फायदे के लिए.

स्टूडेंटस से लेकर आम आदमी भी अक्सर स्टेशन पर ही फ्री वाई फाई का यूज कर पाता है.

Posted By: Manish Kumar