काले हिरनों का मैनेजमेंट प्लान तैयार कर हाईकोर्ट में देना है हलफनामा

आगरा: सिकंदरा उद्यान से काले हिरनों को बाह तहसील के नजदीक शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए वाइल्ड लाइफ टीम ने जगह की तलाश शुरू कर दी है। बता दें, सिकंदरा उद्यान में कई वर्षो से रह रहे काले हिरनों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हाईकोर्ट के निर्देश पर वाइल्ड लाइफ टीम मंगलवार को सिकंदरा उद्यान पहुंची। यहां टीम ने काले हिरनों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

हाईकोर्ट ने दिए थे निर्देश

सिकंदरा स्मारक में रह रहे काले हिरनों की देखरेख में लापरवाही पर पिछले दिनों हाईकोर्ट ने वन विभाग और वाइल्ड लाइफ को मैनेजमेंट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए थे। टीम ने सप्ताह में उद्यान में एक वैटनरी डॉक्टर के विजिट का प्रपोजल भी रखा। स्मारक में हिरनों की देख-रेख में आ रही परेशानियों के बारे में एएसआई अधिकारियों से पूछा। पशु चिकित्सक की समस्या, पुलिस कॉलोनी और झुग्घी-झोपडि़यों से स्मारक में कूड़ा फेंके जाना आदि समस्या बताई गई।

पिंजरे लगाए जाएंगे

स्मारक में पिंजरे लगाए जाएंगे। हिरनों के लिए खाद्य सामग्री भी पिंजरे में रखी जाएगी। धीरे-धीरे हिरनों को शिफ्िटग के लिए तैयार किया जाएगा। शिफ्टिंग में करीब तीन वर्ष का समय लगेगा। हालांकि हिरनों की शिफ्िटग न्यायालय के आदेश पर ही हो सकेगी। वाइल्ड लाइफ टीम के संयुक्त निदेशक शिवपाल सिंह ने बताया कि उच्च न्यायालय में 17 दिसंबर को मामले की सुनवाई होनी है। 12 दिसंबर को हलफनामा दायर किया जाएगा।

ये रहे मौजूद

निरीक्षण के दौरान एडीएम सिटी राजेश कुमार श्रीवास्तव, एएसआई की उद्यान शाखा के निदेशक डॉ। हरबीर सिंह, सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद् आरके सिंह, मुख्य उद्यानविद् कंचन सिंह, डीएफओ ललित वर्मा और अनिल पटेल, सिकंदरा के संरक्षण सहायक रामरतन, उद्यानविद् डॉ। संजय सिंह आदि मौजूद रहे।

अब तक हो चुकी दर्जनों हिरनों की मौत

सिकंदरा उद्यान में अब तक दर्जनों काले हिरनों की मौत हो चुकी है। वर्ष 2010-11 में इनकी संख्या 145 थी, अब घटकर मात्र 81 ही रह गई है। सूत्रों का कहना है कि सिकंदरा उद्यान में सियार हिरनों को अपना शिकार बनाते हैं। इसी वजह से आज हिरनों के केवल चार ही बच्चे स्मारक में हैं।

Posted By: Inextlive