Will the real rockstar please stand up?
कैनेडियन रॉकबैंड निकलबैक ने जब 'We all just wanna be big rockstars, live in hilltop houses, drivin' 15 cars,' गाना गाया तो यह सभी एम्बिशियस यंगस्टर की आवाज बन गया.
रॉकस्टार होने का मतलब है एटीट्यूड, स्टाइल और फैं स होना, बाकी चीजें आपको फॉलो करती हैं. डिक्शनरी में रॉकस्टार को डिफाइन नहीं किया गया है क्योंकि इसे डिफाइन किया ही नहीं जा सकता. लेकिन बॉलीवुड में हजारों यंगस्टर्स रणबीर कपूर की तरह अभी से बनने की सोच रहे हैं, उनका गिटार के साथ गाना सबको बेहद पसंद आ रहा है.
Imran Khan in Delhi Belly
एक तरफ तो ‘डी के बोस’ है जो नाराज यंगस्टर्स को एब्यूज करने का रीजन देता है, वहीं दूसरी ओर ‘साड्डा हक’ है जो कंट्री के यूथ के अधिकारों की बात करता है.
दोनों गानों में एक बात कॉमन है कि ये गाने यंगस्टर्स की आवाज बन गए हैं. वह आवाज जिसके बारे में वह हमेशा सोचा करते थे, आज वह उन्हें रॉक म्यूजिक प्रोवाइड कर रहा है. कम्पोजर राम सम्पत कहते हैं,‘रॉक म्यूजिक को जीने का एक अलग तरीका है और यह ज्वॉनर हमेशा लोगों से कुछ कहता है. इसमें गाने फुल ऑफ एनर्जी होते हैं और म्यूजिक में गहराई के साथ-साथ ईमानदारी होती है. ऑब्वियसली बॉलीवुड में लोग ये समझ चुके हैं कि इस तरह की चीजें देश के यूथ से कनेक्ट कर पाती हैं.’
Katrina Kaif in Mere Brother Ki Dulhan
कैटरीना कैफ का रॉकस्टार लुक अभी भी उनके फैंस के दिमाग मे बैठा हुआ है. अचानक से सम्पत जैसे म्यूजीशियन, इंडियन ओशियन जैसे बैंड और मोहित चौहान जैसी आवाजें हार्डकोर मास ऑडियंस तक पहुंच रही हैं और एक्सेप्ट भी की जा रही हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.
हाल ही मेें एक फेमस प्रोड्यूसर ने इंडियन ओशियन बैंड से ये पूछा कि अगर अपने सुपरहिट नंबर ‘बंदे’ के लिरिक्स को चेंज कर दें तब भी वो फिल्म को सूट करता? इसका जवाब देने के लिए वह उन्हें दोबारा नहीं मिले.
Arjun Rampal and Farhan Akhtar in Rock On
‘डेथ मेटल’ बैंड के वेंकी कहते हैं,‘मुझे नहीं लगता कि बॉलीवुड फिल्ममेकर्स जो चाहते हैं वही बना रहें हैं. ये सिर्फ एक फेज की तरह है लेकिन इनका इंटरेस्ट कमर्शियल म्यूजिक की ही तरफ है जो कभी चेंज नही हो सकता.’
हिंदी फिल्मों में रॉक म्यूजिक कुछ नया नहीं है आर डी बरमन भी रॉक म्यूजिक कम्पोज किया करते थे. पर आजकल लोग समझते हैं कि गिटार लेना और स्टेज पर चढऩा ही आपको रॉकस्टार बनाता है. ए आर रहमान जैसे कंपोजर के लिए म्यूजिक किसी ज्वॉनर में बंध कर रहना नहीं है.
Two-way street
किलम कहते हैं,‘ रॉक म्यूजिक हमेशा इंडियन म्यूजिक के इर्द-गिर्द रहा है तो अगर ये ऐसे पॉप्यूलर मीडियम के कारण यह और पॉप्यूलर बन रहा है तो ये तो अच्छी बात है.’ जब तक बॉलीवुड अपने इस नए ऑबसेशन से खेल रहा है, तब तक हम तो यही कह सकते हैं कि लेट द म्यूजिक प्ले. आफ्टरऑल रॉकस्टार्स रोज पैदा नहीं होते.