-आबकारी के नियमों का नहीं हो रहा पालन, सुबह से देर रात खुली रहती हैं वाइन शॉप

-नियम पालन कराने की आबकारी की रणनीति नहीं आ रही काम

-महीने भर में सिर्फ एक दर्जन से अधिक दुकानों का कट रहा चालान

वाइन शॉप की टाइमिंग तय की गई है। आबकारी एक्ट के तहत दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक ही अंग्रेजी, देसी और बीयर बेचने की परमिशन है। मगर, आंख खुलते ही शराब की दुकानें खुल जा रही हैं तो आधी रात के बाद बंद हो रही हैं। आबकारी के सब नियम-कायदे हवा में उड़ रहे हैं। लगातार मिल रही शिकायतों पर जिला आबकारी अधिकारी ने मनमानी करने वाले शराब लाइसेंसधारियों के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।

शिकायतों के आधार पर वाइन शॉप्स का चालान काटा जा रहा है। लेकिन यह सिर्फ दिखावे के लिए है। अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि हर माह महज दस-पंद्रह चालान ही काटे जा रहे हैं।

हर तरफ सज रहा मयखाना

आबकारी अधिकारी सख्ती की बात करते हैं लेकिन हकीकत यह है कि नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं माडल शॉप से लेकर बीयर बार तक में मानकों की अनदेखी की जा रही है। रात 12 बजे तक बीयर-बार खुले रह रहे हैं तो माडल शॉप संचालक भी शटर गिराकर जाम पर जाम लड़वाते हैं। इसके लिए कस्टमर्स से अलग चार्ज भी वसूला जाता है। आशापुर, पहाडि़या, पांडेयपुर, बड़ालालपुर, अर्दली बाजार, शिवपुर, नदेसर, चौकाघाट, कैंट, सिगरा, महमूरगंज, लंका, सामनेघाट आदि एरिया से खुलेआम जाम छलकाया जाता है।

हाइवे पर परोसी जा रही शराब

शराब के शौकीनों को हाइवे किनारे होटल-ढाबों पर अवैध शराब-बीयर परोसी जा रही है। गाहे-बगाहे आबकारी टीम छापेमारी भी करते हैं लेकिन कुछ ही घंटे बाद फिर से शराब की ब्रिकी शुरू हो जाती है। मार्केट से 50 से 100 रुपये एक्स्ट्रा हर बोतल पर लिया जा रहा है। डाफी टोल टैक्स प्लाजा से मोहनसराय तक खुले होटल-ढाबों में बीयर और शराब की बिक्री हो रही है। यही हाल कमोबेश चांदपुर एरिया में है। यहां बिना लाइसेंस के पैग पर पैग लड़ रहा है।

एक नजर

308

देशी शराब की दुकानें

149

बीयर की दुकानें है

170

अंग्रेजी शराब की दुकानें है

08

माडल शॉप है शहर में

12

बजे दोपहर खुलने का है समय

10

बजे रात बंद होने का है समय

दोपहर बारह बजे खुलने और रात दस बजे तक वाइन शॉप बंद होने का नियम है। नियम के खिलाफ दुकान खोलने वालों का चालान काटा जा रहा है। हालांकि इस साल से नियम में बदलाव भी किया जा रहा है।

करूणेंद्र प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त आबकारी

Posted By: Inextlive