यूरोपियन यूनियन के चीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक जोरदार हमला करते हुए कहा है कि जिसके ट्रंप जैसे दोस्त हों उसे दुशमनों की क्या जरूरत है। यह बयान ईरान परमाणु समझौते को लेकर आया है।


ईयू का बयानसोफिया (एएफपी)। यूरोपियन यूनियन के चीफ डोनाल्ड टस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बुधवार को एक जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी नेता ने एक दोस्त के रूप में दुश्मन की तरह काम किया है। बता दें कि टस्क ने बुधवार को बुल्गारिया में ईरानी परमाणु समझौते से ट्रंप की वापसी और यूरोप पर व्यापार शुल्क लगाने के फैसले के खिलाफ एक "संयुक्त यूरोपीय मोर्चा" बनाने के लिए वहां के कई नेताओं से मुलाकात की और इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप के हाल के फैसलों को देखते हुए, कोई भी यही कह सकता है कि अगर ऐसे दोस्त हों तो उसे दुश्मनों की जरूरत नहीं है।' ट्रंप का आभारी
उन्होंने कहा, 'खैर, अगर दूसरी नजर से देखें तो यूरोप को राष्ट्रपति ट्रंप का आभारी होना चाहिए और उन्हें धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि हमने सभी भ्रमों से अब छुटकारा पा लिया है। हमें यह महसूस हुआ है कि यदि आपको मदद की ज़रूरत है तो आपको अपनी बांहों पर ही सिर्फ भरोसा करना चाहिए।" बता दें कि ट्रंप के फैसले के बाद यूरोप के मंत्रियों ने मंगलवार को ब्रसेल्स में ईरान के कई बड़े अधिकारियों से मुलाकात की और ईरानी परमाणु समझौते को बचाने पर चर्चा किया।कुछ दिन पहले का मामलागौरतलब है कि ट्रंप कुछ दिन पहले दिन पहले ईरान परमाणु समझौते से अपना हाथ पीछे करते हुए एक बयान जारी किया था कि 'यह मैं जानता हूं कि हम ईरान परमाणु बम को रोक नहीं सकते हैं। ईरान के साथ इस सौदा में थोड़ी कमी है। इसलिए, मैं आज घोषणा कर रहा हूं कि संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान परमाणु समझौते को आगे से समाप्त कर देगा।' इस कदम पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, 'संयुक्त प्रशासन की योजना (जेसीपीओए) से दूर चलना एक बड़ी गलती है।' उन्होंने कहा कि 'उनके प्रशासन द्वारा किए गए समझौते ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को वापस लाने में काम किया था।' बता दें कि ट्रंप के इस फैसले के बाद कई देशों ने उनका विरोध किया।ईरानी परमाणु समझौते से अलग हुआ अमरीका, पश्चिमी एशिया में बढ़ सकता है तनावमलेशिया के पूर्व उप प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को मिला क्षमादान, बन सकते हैं अगले पीएम

Posted By: Mukul Kumar