Ranchi : सिटी में इन दिनों अग्रवाल समाज की महिलाओं के द्वारा सावन मेला प्रोग्राम अपर बजार के अग्रसेन भवन में आयोजित किया जा रहा है. मौके पर सिटी की महिलाओं ने अपना स्टॉल लगाया है. यहां कुछ महिलाएं ऐसी हैँ जिन्होने रांची मे पहली बार घर से बाहर निकलकर बिजनेस की शुरुआत की.

सावन सिंधारा का आयोजन
सावन मेला के दूसरे दिन अग्रसेन भवन में शाम के चार बजे सावन सिंधारा का आयोजन किया गया. मौके पर महिलाओं ने डांस किया और एंज्वॉय किया. प्रोग्राम के दूसरे दिन सावन मेला में महिलाओं की खूब भीड़ लगी रही. आज मेला का समापन है.

सिटी की फर्स्ट बिजनेस वुमन
सिटी के कचहरी चौक की पुष्पा संथालिया रांची की पहली महिला हैैं, जिन्होंने घर से बाहर निकलकर बिजनेस की शुरुआत की थी. पुष्पा संथालिया का भी स्टॉल अग्रवाल धर्मशाला में लगाया गया है. पुरानी यादों को ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि शायद वो रांची की पहली महिला थीं, जिसने घर से बाहर कदम निकालकर बिजनेस की शुरुआत 1964 में की. उन्होंने बताया कि उस समय वो बुटिक, टेलरिंग और लान्ड्री का काम करती थी. आज खुद की मेहनत के बल पर उन्होंने अपना एक खास मुकाम हासिल कर लिया है.

कोलकाता पुरुलिया जाता है माल
रांची में भगवान का जो डिजाइनर कपड़ा आप पहने हुए देखते हैैं, उसकी डिजाइन अपर बजार की रेखा बाघला भी करती हैैं. रेखा बताती हैैं कि वह घर पर ही रहकर भगवान का डिजाइनर ड्रेस तैयार करती है. उन्होने बताया कि इस काम के लिए दस स्टाफ हमारे साथ होते हैैं. हमारा सारा बिजनेस अपने घर से होता है. हमारे भगवान के कपड़े की डिमांड कोलकाता पुरुलिया तक होती है. हम वहां भी माल   भेजते हैैं.

न्यू बोर्न बेबी आयटम की है डिमांड
रांची में न्यू बोर्न बेबी आयटम की काफी डिमांड है. अपर बजार की सीता मेवाड़ बताती हैं कि आज से 20 साल पहले ऐसा कुछ नहीं था. इस पर हमने सोचा कि क्यों न लोगों को कंप्लीट पैकेज दिया जाए. इस सोच के साथ 1990 में बिजनेस शुरू किया. आज बिजनेस बढिय़ा चल रहा है. आज रांची में इस आयटम की काफी डिमांड है.

घर पर ही करती हैं डिजाइन
सिटी की शांति गरुडिय़ा ने बताया कि अगर आपको कुछ करने का जज्बा हो, तो आप कुछ भी कर सकते हैैं. हमने जब अपने बिजनेस की शुरुआत की थी, उस समय हमें बहुत कुछ समझ में नहीं आ रहा था. लेकिन धीरे धीरे सबकुछ ठीक हो गया. मैैं लेडिज आयटम सहित भगवान की ड्रेस  डिजाइन करती हूं. हमारी ड्रेस की रांची के अलावा जमशेदपुर और चाईबासा में काफी डिमांड है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha