--KU के 12 PG Departments में से 9 की हेड हैं महिलाएं

-4 colleges की प्रोफेसर इंचार्ज हैं महिलाएं

--KU की Pro VC व DSW भी हैं महिला

--First convocation में 60 percent girls ही रहीं gold medalist

-ग्रेजुएट सहित दूसरे कॉलेजेज में भी महिलाओं की संचया है बेहतर

JAMSHEDPUR : कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में और कुछ हो न हो, एक मामले में इसे बेहतर माना जा सकता है और वह है वीमेन इंपावरमेंट। इतना ही नहीं ग‌र्ल्स कॉलेजेज की स्थिति भी इस मामले में बेहतर हैं। यहां मैचसीमम डिपार्टमेंटल हेड महिलाएं ही हैं। यूनिवर्सिटी व कॉलेज लेवल पर सीनियर पोस्ट पर महिलाओं के बेहतर प्रेजेंस को वीमेन इंपावरमेंट की दिशा में एक बेहतर पहल कही जा सकती है।

KU के 12 PG departments में 9 की head हैं महिलाएं

कोल्हान यूनिवर्सिटी में 12 पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) डिपार्टमेंट्स हैं। इनमें से 9 डिपार्टमेंट्स की पीजी हेड महिलाएं ही हैं। इतना ही नहीं कोल्हान यूनिवर्सिटी के 15 कांस्टिट्यूएंट कॉलेजेज में से 4 की प्रोफेसर इंचार्ज भी महिलाएं हैं। अगर ग्रेजुएट कॉलेज की बात करें तो यहां की प्रोफेसर इंचार्ज तो महिला है ही, पीजी की एचओडी भी महिलाएं ही हैं।

4 college की प्रोफेसर इंचार्ज व प्रो वीसी भी हैं महिला

अगर कॉलेजेज में प्रोफेसर इंचार्ज की बात करें तो केयू के चार कॉलेजेज की प्रोफेसर इंचार्ज भी महिलाएं ही हैं। इनमें जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज को केमिस्ट्री का पीजी हेड बनाया गया है, लेकिन इस कॉलेज में महिला ही प्रिंसिपल या प्रोफेसर इंचार्ज बनती रही हैं। ट्रांसफर के बाद कॉलेज में प्रोफेसर इंचार्ज के लिए भी दो महिला प्रोफेसर्स का ही नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के दो की पोस्ट पर भी महिलाएं ही कार्यरत हैं। इनमें एक प्रोवीसी पद्मजा सेन व प्रो वीसी शुचला मोहंती शामिल हैं।

Girls के लिए चक्रधरपुर में कॉलेज खोलने की है तैयारी

कोल्हान यूनिवर्सिटी द्वारा भी महिलाओं को प्रोचसाहित किया जा रहा है और चयादा से चयादा ग‌र्ल्स हायर एजुकेशन में जा रही हैं। ग‌र्ल्स को बेहतर हायर एजुकेशन मिल सके इसके लिए बेहतर प्रयास किया जा रहा है। और तो और चक्रधरपुर में एक वीमेंस कॉलेज भी शुरू करने की योजना है और प्रोजेचट पाइपलाइन में है। केयू की प्रो वीसी शुचला मोहंती ने कहा कि सरायकेला-खरसांवा डिस्ट्रिचट में ग‌र्ल्स के लिए कोई कॉलेज नहीं है और इसके लिए चलानिंग चल रही है।

KU के 44 gold medal winners में 60 percent girls

अगर केयू के फ‌र्स्ट कॉचवोकेशन की बात करें तो यहां भी ग‌र्ल्स का बेहतर पार्टिसिपेशन देखने को मिला। कॉचवोकेशन में 44 गोल्ड मेडल विनर्स सामने आए, जिसमें से 60 परसेंट ग‌र्ल्स ही थीं। जानकारी के मुताबिक केयू के कॉलेजेज में 45 परसेंट ग‌र्ल्स हैं। कुल मिलाकर फ‌र्स्ट कॉचवोकेशन में ही ग‌र्ल्स ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस तरह देखा जाए तो केयू में महिलाओं को चयादा तवचजो दी जा रही है।

महिला professor in-charge

कस्तूरी बोयपाई, प्रोफेसर इंचार्ज, टाटा कॉलेज, चाईबासा

उषा शुचला, प्रोफेसर इंचार्ज, ग्रेजुएट कॉलेज

आशा मिचा, प्रोफेसर इंचार्ज, चाईबासा महिला कॉलेज

सुमिता मुखर्जी, प्रोफेसर इंचार्ज, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज (ट्रांसफर)

महिला PG head

लिली चाोष, पीजी हेड, बांचला

सुमिता मुखर्जी, पीजी हेड, केमिस्ट्री

नुपूर पालिक, पीजी हेड, इंगलिश

सीपी पाठक पीजी हेड, साइकोलॉजी

पूर्चिामा कुमारी, पीजी हेड, पोलिटिकल साइंस

लक्ष्मी झा, पीजी हेड, फिलॉस्फी

मंजूला सिचहा, पीजी हेड, फिजिचस

एस हांसदा, पीजी हेड, चयोग्राफी

रूकैया बानो, पीजी हेड, उर्दू

KU senior officials

डॉ शुचला मोहंती, प्रोवीसी

पद्मजा सेन, डीएसडचलू

केयू द्वारा वीमेन एजुकेशन पर तवचजो दी जा रही है, ताकि ग‌र्ल्स बेहतर कर सकें। इसके लिए कई कॉलेजेज में ग‌र्ल्स हॉस्टल भी बनाए जा रहे हैं और रिमोट एरिया की ग‌र्ल्स को हायर एजुकेशन के लिए भी मोटिवेट किया जा रहा है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी द्वारा ग‌र्ल्स को वोकेशनल कोर्सेज के बाद जॉब अपॉचर्यूनिटी प्रोवाइड करने की दिशा में भी इंट्रेस्ट ले रहा है।

-डॉ शुचला मोहंती, प्रोवीसी, केयू

महिलाओं में तो टैलेंट है ही, लेकिन वे इस मुकाम तक देर से पहुंची हैं। हालांकि, इसे कहा जा सकता है कि देर आए दुरुस्त आए। महिलाओं ने अपनी प्रतिभा को समझना शुरू कर दिया है और अगर सब कुछ सही ढंग से हो, तो महिलाओं को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।

-डॉ उषा शुचला, प्रोफेसर इंचार्ज, ग्रेजुएट कॉलेज

Posted By: Inextlive